एई समय : बंगाल की पूजा देखने कोलकाता में चीनी कौंसल जनरल सहित 10 चीनी नागरिक हुगली में पहुंचे। षष्ठी की सुबह यह अनोखा दृश्य पांडुआ के भुईपाड़ा बारोआरी पूजा पंडाल में देखने को मिला। उनमें से कुछ ने अलपना (रंगोली) बनाई, कुछ ने ढाक बजाया और कुछ तो पारंपरिक नारियल के लड्डु (नारू) भी बनाएं। इसके बाद सभी ने महिषमर्दिनी देवी दुर्गा की आरती भी देखी।
कौंसल जनरल Qin Yong सहित 10 लोग षष्ठी को पांडुआ के इस दुर्गा पूजा पंडाल में पहुंचे। एक स्वयंसेवी संस्था की ओर से पूरा आयोजन किया गया था। इलाके के बच्चों ने फूल देकर उनका स्वागत किया। वहां पहुंचने के बाद सभी ने ढाक बजाया, अलपना बनाई, नारियल के लड्डू भी बनाया। यहां आने वाले सभी अतिथियों को स्थानीय छोटे-छोटे बच्चों ने अपने हाथों से बनाई मिट्टी की मूर्तियां और खुद की बनायी हुई तस्वीरें उपहार में भेंट की।
मीडिया से बात करते हुए Qin Yong ने कहा कि यहां का माहौल, पूजा के रीति-रिवाज, लोगों का प्यार, सब कुछ मुझे बहुत अच्छा लगा। बहुत आनंद आया। दुर्गा पूजा में बंगाल के लोग नारियल के लड्डू बनाते हैं। आज मैंने भी उसमें अपना हाथ आजमाया। सबके साथ ढाल भी बजाया। मैंने पहली बार गांव की दुर्गा पूजा देखी। यह दिन मेरे लिए यादगार रहेगा।
आयोजक सम्राट चौधरी ने कहा कि सभी इस दुर्गा पूजा में आएं, इससे हमें बहुत खुश हुए। पहली बार आरती की, मां दुर्गा की पूजा की। दरअसल, कोलकाता की दुर्गा पूजा के उद्घाटन में फीता काटना देखकर और धूमधाम देखने के ही वे आदी थे। ग्रामीण बंगाल की पूजा देखना चाहते थे। यहां आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा।