हावड़ा से लापता कारोबारी की रहस्यमयी मौत। हुगली के चंदननगर इलाके में बुधवार की शाम एक घर से कारोबारी वसीम अकरम (30) का शव बरामद किया गया। उसके हाथों और पैरों के चारों ओर टेप लिपटा हुआ था। पुलिस के मुताबिक, शव के बगल में दो ट्रॉली बैग थे। एक बैग पर खून के धब्बे पाए गए। क्या हत्यारे का इरादा शव को उस बैग में भरना था? चंदननगर पुलिस मामले की जांच कर रही है। शव बरामद होने की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।
जानकारी मिली है कि उस व्यवसायी का घर हावड़ा के गोलाबाड़ी में है। वसीम मूल रूप से रत्न व्यापारी हैं। पिछले 28 सितंबर की सुबह साढ़े नौ बजे वसीम घर से निकले थे। इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। बुधवार शाम को एक आवासीय इमारत के तीसरे मंजिल के कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस ने शव बरामद किया। पुलिस को पता चला है कि काजी मोहसीन नामक एक व्यक्ति ने वह कमरा किराए पर लिया था। घटना के बाद से मोहसीन का कोई पता नहीं चला है।
मृत व्यापारियों के परिवार के सूत्रों से जानकारी मिली है कि मोहसीन के साथ वसीम का व्यापारिक लेन-देन था। मोहसीन के घर जाने का नाम लेकर 28 तारीख को वसीम निकले थे। उनके साथ पोखराज, चुनी, नीला सहित कुल 60 लाख रुपये के हीरे थे। वासीम के दादा ने कहा, 'भाई काजी के पास स्टोन बेचने आया था। उस रात घर वापस नहीं आया। वसीम को फोन किया तो फोन स्विच ऑफ था। इसके बाद हमारी शंका बढ़ने लगी। मैंने काजी को फोन किया। काजी ने बताया कि भाई काम खत्म कर के निकल गया है।' इसके बाद वसीम की खोज शुरू हुई। शक बढ़ने पर वसीम का परिवार चंदननगर में काजी के फ्लैट में चला गया। वह फ्लैट बंद देखकर शंका और बढ़ गई।
वसीम के दादा ने कहा, 'मुझे लगता है कि योजनाबद्ध तरीके से हत्या की गई है, क्योंकि भाई के हाथ-पांव में टेप से बांध दिया गया था। भाई को बुला कर हत्या की गई। मुझे लगता है कि इसमें कई लोग शामिल हैं।' चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।