यहां दुर्गा पूजा नहीं, लक्ष्मी पूजा पांच दिनों तक मनाई जाती है

जमुरिया के बेरला गांव में लगभग 150 वर्षों से मनायी जा रही है एक पारंपरिक पूजा

By Vishwadev Bhattacharya, Posted by: Shweta Singh

Oct 06, 2025 23:13 IST

आसनसोल नगर पालिका का वार्ड नंबर 6। गांव का नाम बेरला, थाना जमुरिया है। इस गांव के लोगों के लिए लक्ष्मी पूजा दरअसल दुर्गा पूजा जैसी ही है। हालांकि यह एक समृद्ध गांव है फिर भी यहां दुर्गा पूजा नहीं मनाई जाती। हालांकि लक्ष्मी पूजा पांच दिनों तक बड़े धूमधाम से मनाई जाती है।

इस गांव के निवासी ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों के लोग भी लक्ष्मी पूजा का आनंद लेते हैं। एक बुजुर्ग निवासी ने बताया कि इस गांव की विवाहित लड़कियां भी अपने पति के साथ लक्ष्मी पूजा में घर आती हैं। ठीक वैसे ही जैसे कई लोग दुर्गा पूजा के दौरान अपने माता-पिता के घर कुछ दिन बिताते हैं।

इस गांव में लगभग 100 माझी परिवार रहते हैं। वे ही इस लक्ष्मी पूजा के सूत्रधार हैं जो लगभग 150 वर्षों से चली आ रही परंपरा है। हर साल की तरह इस बार भी एक सुंदर मंडप बनाया गया है। रविवार को मूर्ति उस मंडप में पहुंची। यहां लक्ष्मी अकेली नहीं हैं। उनके दोनों ओर इंद्रदेव और नलकुबेर विराजमान हैं।

पूजा आयोजकों में से एक राजू माझी ने बताया कि उन्होंने स्थानीय बुजुर्गों से सुना था कि वे असल में सराक समुदाय से थे। उनके पूर्वज कभी बर्नपुर के सांता गांव में रहते थे। उनका पेशा खेती-बाड़ी था। लेकिन उस समय, ब्राह्मणों के अलावा कोई भी उनके घरों में इस तरह पूजा नहीं कर सकता था।

बाद में पूर्वज बेरला गांव में आए। तब उन्होंने गांव में एक बड़ी लक्ष्मी पूजा का आयोजन करने की पहल की। ​​गांव के अन्य समुदाय के लोग भी इसे अपनी पूजा मानते हैं।

आयोजकों द्वारा बताया गया है कि यह पूजा सोमवार से शुरू होगी। चित्रांकन प्रतियोगिता भी होगी। कोलकाता से आने वाली शोभायात्रा दो दिनों तक चलेगी। छऊ नृत्य और महाभोग का भी आयोजन किया गया है। विसर्जन 11 नवंबर को होगा। उस दिन महाआरती की व्यवस्था की गई है। वाराणसी में गंगा आरती करने वाले लोग यहां आरती करने आएंगे।

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