औद्योगिक क्षेत्रों के कर्मचारियों को नहीं मिला बोनस, सूना पड़ा है दुर्गा पूजा का बाजार

शारदोत्सव दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। लेकिन वह उत्साह कहाँ है? शरद की नीली आकाश बीच-बीच में झाँक रही है, लेकिन कहीं न कहीं एक खालीपन बना हुआ है। औद्योगिक क्षेत्र में इस बार की दुर्गा पूजा अभी तक कुछ फीकी सी लग रही है!

By Moumita Bhattacharya

Sep 22, 2025 23:05 IST

14 सितंबर, आसनसोल : रानीगंज या आसनसोल, थोड़ा आगे जाकर चित्तरंजन सहित खनन औद्योगिक क्षेत्र में पूजा का बाजार अभी तक नहीं जमा है। यहाँ की पूजा की रौनक या उसके आसपास के बाजार की मांग मुख्य रूप से ईसीएल, आसनसोल रेल डिवीजन, चित्तरंजन रेल कारखाना और इस्को के कर्मचारियों के बोनस पर निर्भर करती है। साथ ही लगभग दो सौ निजी कारखाने भी हैं। इन सभी कारखानों के श्रमिक भी न्यूनतम एक बोनस पाते हैं।

इस बार 20 सितंबर से नवरात्रि शुरू हो रही है। साथ में महालया। महीने के अंत में दुर्गा पूजा। लेकिन अभी तक ईसीएल, इस्को या रेलवे की ओर से बोनस पर कोई चर्चा शुरू नहीं हुई है। कब होगी चर्चा और कब कर्मचारियों के बैंक खाते में जमा होगा वह प्रतीक्षित बोनस, इस पर अनिश्चितता का बादल अभी छंटा नहीं है। नतीजतन, इस महीने इन संस्थाओं के कर्मचारी जो वेतन पाए हैं, उसी में से कुछ बचाकर पूजा की खरीदारी करने की कोशिश कर रहे हैं।

चित्तरंजन रेल कारखाने के सीटू सचिव राजीव गुप्ता का कहना है कि 2 सितंबर को हमने दिल्ली में रेलवे बोर्ड को लिखित रूप से बोनस के लिए आवेदन किया है। पिछले साल तक रेलवे में एक कर्मचारी अधिकतम साढ़े 17 हजार रुपये बोनस पाता था। इस बार उस राशि को बढ़ाने की मांग की गई है। रेल अधिकारियों ने बताया है कि अभी तक रेल कर्मचारियों के बोनस पर मंत्रिमंडल की बैठक नहीं हुई है। कब होगी, यह भी वे नहीं जानते। इसलिए चित्तरंजन जैसे रेल शहर के बाजारों की स्थिति दयनीय है।

इस्को के आईएनटीयूसी के महासचिव हरजीत सिंह बता रहे हैं कि 20 सितंबर को दिल्ली में पांच ट्रेड यूनियनों को बोनस पर चर्चा के लिए बुलाया गया है। चूंकि इस्को पहले की तुलना में अधिक लाभ कमा रहा है, इसलिए वे मांग करेंगे कि इस बार कम से कम 42,000 रुपये प्रति कर्मचारी बोनस दिया जाए।

पिछली बार बातचीत विफल होने पर एकतरफा रूप से कर्मचारियों के खाते में 29,500 रुपये भेजे गए थे। इस बार भी अगर बातचीत विफल हो जाती है, तो उत्सव का माहौल खो जाएगा। इस्को में वर्तमान में 3700 स्थायी कर्मचारी और 9000 अनुबंध कर्मचारी हैं। उनके लिए 8.33 प्रतिशत बोनस देने की मांग की गई है।

तृणमूल संचालित श्रमिक संगठन आईएनटीटीआईयूसी के आसनसोल औद्योगिक क्षेत्र के प्रभारी और नगर पालिका के उप-महापौर अभिजीत घटक ने भी इसी तरह की मांग की है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में बहुत सारे स्पंज आयरन, रोलिंग मिल और इस्पात सहित विभिन्न प्रकार के कारखाने हैं। उन कारखानों के मालिकों के साथ पहले ही श्रमिकों के लिए बोनस पर चर्चा हो चुकी है। पिछले साल की तुलना में एक श्रमिक लगभग डेढ़ से दो हजार रुपये अधिक बोनस पाएगा।

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