हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस ने बताया कि जब यह हादसा हुआ, तब कारखाने में 40 लोग काम कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार, कई लोग मलबे के नीचे फंसे हो सकते हैं। यह धमाका क्यों हुआ, यह स्थानीय पुलिस अभी स्पष्ट रूप से नहीं बता पाई है। दीवाली आने वाली है, उससे पहले ही उस कारखाने में पटाखे बनाने का काम चल रहा था, ऐसा पुलिस के अनुसार सूत्रों ने बताया।
सूत्रों के अनुसार, विस्फोट के झटके से कारखाने की छत उड़ गई। उसके कुछ ही क्षणों में कारखाने में आग लग गई। जिला पुलिस अधीक्षक राहुल मीणा ने बताया कि घटना के कुछ ही समय बाद 6 जलकर मरे हुए शव बरामद किए गए। उन्होंने कहा, 'बरामद हुए शवों की पहचान की कोशिश की जा रही है।' इसके अलावा, यह भी देखा जा रहा है कि कोई और फंसा हुआ तो नहीं है। सूत्रों के अनुसार, कारखाने के मालिक भी मृतकों में शामिल हैं। जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 2 मजदूरों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी को नजदीकी कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
जिलाधिकारी महेश कुमार ने बताया कि लगभग एक सप्ताह पहले स्थानीय पुलिस और प्रशासन फैक्ट्री का निरीक्षण करने गए थे। देखा गया कि सभी सुरक्षा संबंधी नियमों का पालन करके ही फैक्ट्री संचालित हो रही थी। अचानक किस कारण से फैक्ट्री में विस्फोट हुआ, इसकी जांच पुलिस कर रही है। इस घटना पर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने तुरंत राहत कार्य चलाने का निर्देश दिया है।