चंडीगढ़ के आवास पर एक आईपीएस अधिकारी के आत्महत्या मामले में अब वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का नाम जुड़ गया है। हाल ही में हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पुरन कुमार चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में अपने घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लेते हैं। जांच में पुलिस के हाथ एक आठ पन्नों का नोट लगा है।
सुसाइड नोट में क्या है ?
उस स्वाइंसाइड नोट में मृतक अधिकारी ने 10 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाए हैं। उस सूची में कार्यरत और सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने उनके खिलाफ लगातार मानसिक अत्याचार का आरोप लगाया। उन्होंने स्वाइंसाइड नोट में लिखा कि आरोपितों ने करियर बर्बाद करने के लिए साजिश रची। हालांकि, चंडीगढ़ पुलिस ने उस नामों की सूची जारी नहीं की। वाई पुरन कुमार इससे पहले भी विवाद का कारण बन चुके हैं। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री नोयाब सिंह सैनी को पत्र लिखकर आईपीएस अधिकारियों के प्रमोशन में नियमों की अवहेलना के कई गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस ने बताया कि मृत आईपीएस ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर का इस्तेमाल करके खुद को गोली मार ली। घर के बेसमेंट में उनकी बेटी ने सबसे पहले शव देखा। मृत अधिकारी का नाम एक रिश्वत मामले में आया था। यह मामला एक शराब व्यापारी की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। कुछ समय पहले रोहतक पुलिस ने उस व्यापारी की शिकायत के आधार पर एक FIR दर्ज की थी। उस FIR में व्यापारी ने शिकायत की थी कि वाई पुरन कुमार के सहयोगी सुशील कुमार ने उनके नाम से ढाई लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। पुलिस ने सुशील को गिरफ्तार किया और उसी समय वाई पुरन कुमार का नाम भी FIR में आया। हालांकि वह FIR ऑनलाइन अपलोड नहीं की गई थी।