कोकराझारः असम के कोकराझार जिले में पुलिस और माओवादी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ में एक वांछित माओवादी मारा गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मारा गया व्यक्ति कोकराझार रेलवे ट्रैक पर हुए धमाका मामले में संदिग्ध था।
नदांगुरी में हुई मुठभेड़ः यह मुठभेड़ सालाकाटी पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले नदांगुरी क्षेत्र में हुई। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध लोग हाल के रेलवे ब्लास्ट में शामिल हैं। जब पुलिस टीम वहां पहुंची, तो गोलीबारी शुरू हो गई। मुठभेड़ में एक उग्रवादी की मौत हो गई।
मारा गया उग्रवादी कई बम विस्फोटों के मामलों में वांछितः कोकराझार के पुलिस अधीक्षक पुष्पराज सिंह ने एएनआई को बताया कि मारा गया उग्रवादी अपिल मुर्मू उर्फ रोहित मुर्मू (40 ) था। वह कई बम विस्फोटों के मामलों में वांछित था और उस पर झारखंड और असम, दोनों राज्यों में आपराधिक मामले दर्ज थे। मुर्मू पहले झारखंड में एक रेलवे ट्रैक विस्फोट की घटना में शामिल था। पिछले साल अक्टूबर में उसने झारखंड में धमाका किया और उसके बाद असम आ गया। झारखंड में वह रोहित मुर्मू के नाम से जाना जाता था, जबकि असम में, कोकराझार जिले के काचुगांव ग्रामपुर का निवासी होने के कारण उसे अपिल मुर्मू कहा जाता था। वह दोनों राज्यों में सक्रिय नेटवर्क बनाए हुए था।
चरमपंथी संगठनों से जुड़ावः मुर्मू पहले नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी नाम के एक उग्रवादी संगठन का सदस्य था। जब इस संगठन ने आत्मसमर्पण किया, तब उसने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया और झारखंड भाग गया। वहां वह संगठन का कमांडेंट बन गया और बाद में माओवादी समूहों से भी जुड़ गया।
झारखंड पुलिस को भी थी उसकी तलाशः 2015 से वह झारखंड में कई हिंसक घटनाओं में शामिल था। इसी वजह से झारखंड पुलिस की एक टीम हाल ही में असम पहुंची थी, ताकि उसकी तलाश की जा सके।