बदल गया महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्टेशन का नाम, अब कहलाएगा छत्रपति संभाजीनगर स्टेशन

मुगल सम्राट औरंगज़ेब के नाम पर इस शहर का नाम रखा गया था। यहीं पर औरंगज़ेब की समाधि भी मौजूद है।

By Moumita Bhattacharya

Oct 26, 2025 23:48 IST

मुंबई : जिला और शहर का नाम पहले ही बदला जा चुका था। इसके साथ ही स्टेशन का नाम बदलने की मांग भी की जा रही थी। भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने इस मांग को स्वीकार करते हुए अब महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्टेशन का नाम बदलने का फैसला कर लिया है। अब से औरंगाबाद स्टेशन छत्रपति संभाजीनगर स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। दक्षिण-मध्य रेलवे की ओर से जारी विज्ञप्ति जारी कर इस बात की जानकारी दी गयी है।

मुगल सम्राट औरंगज़ेब के नाम पर इस शहर का नाम रखा गया था। यहीं पर औरंगज़ेब की समाधि भी मौजूद है। इस साल कई हिंदुत्ववादी संगठनों ने औरंगज़ेब की समाधि को यहां से हटाने की मांग उठायी थी, जिसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था।

कुछ समय पहले ही औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर कर दिया गया था। वर्ष 2021 में उद्धव ठाकरे की सरकार ने ही नाम बदलने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया था। हालांकि गठबंधन टूट जाने की वजह से वह इस काम को पूरा नहीं कर पाए थे। इसके बाद साल 2023 में महाराष्ट्र में आयी एकनाथ शिंदे की सरकार ने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर घोषित कर दिया था। अब दक्षिण-मध्य रेलवे ने स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा भी कर दी है।

दक्षिण-मध्य रेलवे की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्रीय व महाराष्ट्र सरकार के निर्देशानुसार नाम परिवर्तन की प्रक्रिया अक्तूबर से ही लागू हुई है। इसलिए रेलवे स्टेशन का साइनबोर्ड, टिकट, ऑनलाइन बुकिंग, प्लेटफार्म और सभी आधिकारिक दस्तावेजों पर अब से नया नाम ही लिखा जाएगा। विज्ञप्ति में बताया गया है कि अब स्टेशन का नया कोड सीपीएसएन (CPSN) होगा।

गौरतलब है कि यह जगह भले ही मुगल काल का महत्वपूर्ण केंद्र था लेकिन इसका इतिहास मराठा साम्राज्य से भी जुड़ा हुआ है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि नया नाम मराठा इतिहास और संस्कृति के गौरव को सम्मान जताने की ओर उठाया गया एक कदम है। बता दें, छत्रपति संभाजी महाराज ने वर्ष 1680 से 1689 तक मराठा साम्राज्य का नेतृत्व किया था। उन्हें मुगलों के खिलाफ साहस के साथ लड़ाई करने और युद्ध का नेतृत्व करने के साथ ही मराठा स्वाधीनता का प्रतीक माना जाता है।

छत्रपति संभाजीनगर स्टेशन दक्षिण-मध्य रेलवे के नांदेड़ डिविजन का हिस्सा है। अजंता व एलोरा की गुफाएं, बीबी का मकबरा, दौलताबाद का किला जैसे ऐतिहासिक स्थानों पर जाने के लिए पर्यटक इसी स्टेशन से होकर आवाजाही करते हैं।

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