आंध्र प्रदेश में अंग प्रत्यारोपण घोटाले में एक और डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी को गुरुवार रात आंध्र प्रदेश के अन्नामया इलाके से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी डॉक्टर का नाम पार्थसारथी रेड्डी है जो बेंगलुरु का रहने वाला है। जांच अधिकारियों का दावा है कि अंग प्रत्यारोपण घोटाले में एक और आरोपी की गिरफ्तारी से जांच में तेजी आ सकती है।
आंध्र प्रदेश के अन्नामैया जिले के मदनपल्ले इलाके की एक निजी अस्पताल में यमुना (29) को किडनी दान करने के लिए भर्ती किया गया था। उसकी मौत के बाद ही अंग प्रत्यारोपण घोटाले का पर्दाफाश हुआ। आरोप है कि दलाल ने उसे किडनी को 8 लाख रुपये में बेचने का लालच दिया था।
पुलिस ने बताया कि 9 नवंबर को बेंगलुरु के डॉक्टरों की एक टीम ने यमुना की सर्जरी की थी। टीम के सभी डॉक्टर निजी अस्पताल और अन्नामया जिला स्वास्थ्य विभाग से जुड़े थे। सर्जरी के दौरान ही यमुना की हालत खराब होने लगी और 10 नवंबर की सुबह उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर निजी अस्पताल को को सील कर दिया है। बताया जाता है कि इसके साथ कई जरूरी दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है। इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी के तौर पर एक डॉक्टर, अस्पताल की डायलिसिस यूनिट के मैनेजर और एक दलाल समेत कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने आरोपियों का पता लगाने के लिए आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गोवा और तेलंगाना में भी जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारियों का दावा है कि इस घोटाले के कई आरोपी अभी भी फरार हैं क्योंकि अंग प्रत्यारोपण के इस गिरोह के जाल बहुत दूर तक फैले हुए हैं।