बेंगलुरु। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने शुक्रवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता चालवाड़ी नारायणस्वामी के महंगी घड़ी को लेकर किए सवालों पर सफाई दी और खुद को "पारदर्शी" बताया। शिवकुमार ने कहा कि उन्हें और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को अपनी पसंद की घड़ी पहनने का अधिकार है।
नारायणस्वामी ने शिवकुमार से सवाल किया था कि उन्होंने अपनी कार्टियर घड़ी के बारे में चुनाव आयोग में क्यों नहीं बताया। उन्होंने दावा किया कि शिवकुमार के चुनावी हलफनामे में केवल 9 लाख की रोलेक्स और 23,90,246 रुपये की हुब्लोट घड़ी का जिक्र है, जबकि कार्टियर घड़ी का उल्लेख नहीं है।
इसके जवाब में शिवकुमार ने लोकायुक्त में जमा अपने ऑक्टूबर 28, 2025 के हलफनामे के दस्तावेज साझा किए। इसमें उन्होंने 9 लाख की रोलेक्स और दो कार्टियर घड़ियां (Rs 23,90,246 और Rs 12,06,000) शामिल होने का विवरण दिया।
"मैं तैयार हूं इस्तीफा देने को"
शिवकुमार ने कहा, "मैंने अपनी संपत्ति की पूरी जानकारी पारदर्शी रूप से साझा की है। अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। नारायणस्वामी को भी इसका साहस होना चाहिए।" उन्होंने भाजपा नेता को लोकायुक्त कार्यालय जाकर स्वयं हलफनामे की जांच करने का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की एक जैसी घड़ियों की चर्चा
सूत्रों के अनुसार, दिसंबर 2 को सिद्धारमैया शिवकुमार के घर नाश्ते के दौरान दोनों ने कार्टियर घड़ियां पहन रखी थीं, जिस पर विपक्ष ने सवाल उठाए थे। नारायणस्वामी ने शिवकुमार पर घड़ी चोरी या छुपाकर खरीदने का आरोप भी लगाया और पूरी खरीददारी के दस्तावेज जारी करने की मांग की।
नारायणस्वामी का नया सवाल
नारायणस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि यह "सबके लिए ज्ञात है कि उपमुख्यमंत्री महंगी घड़ियां खरीदने और पहनने में सक्षम हैं।" उन्होंने शिवकुमार से सवाल किया कि अगर यह घड़ी सात साल पुरानी है, तो उन्होंने इसे 2018 और 2023 के चुनाव हलफनामों में क्यों नहीं बताया।
शिवकुमार का जवाब: अनुभव की कमी और जिम्मेदारी
शिवकुमार ने कहा, "नारायणस्वामी के पास अनुभव की कमी है। मैंने लोकायुक्त और जहां भी आवश्यक था हलफनामे जमा किए हैं। मेरी घड़ी मेरे पास है और अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो आज ही इस्तीफा दूंगा।" उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता को केवल प्रचार के लिए बयान नहीं देना चाहिए, बल्कि जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।