बुधवार सुबह चेन्नई इंजनबक्कम के एक घर से एक ही परिवार के चार लोगों के शव बरामद किए गए। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस का अनुमान है कि पत्नी और दो नाबालिग बेटों की हत्या करने के बाद जे सिरंजीवी धमोथारा गुप्ता नामक 45 वर्षीय एक छोटे व्यवसायी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस का मानना है कि कर्ज के दबाव में इस व्यक्ति ने यह भयानक कदम उठाया।
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को अचानक सीरंज़ीवी की पत्नी एस रेबती (36) के एक रिश्तेदार के खाते में लगभग 1 लाख रुपये भेजे गये थे। किस कारण से यह पैसा भेजा गया था, यह व्यक्ति नहीं समझ पाया। सीरंज़ीवी या रेबती में से किसी से भी फोन पर संपर्क न होने पर उन्हें संदेह हुआ। बुधवार सुबह वह उनके घर पहुंचे। उन्होंने ही सबसे पहले उन चार शवों को देखा और इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
पुलिस आकर शवों को बरामद किया। उन्होंने बताया कि सीरंज़ीवी के गले पर कट का निशान था। पीटीआई सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने उस घर से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया। नोट में सीरंज़ीवी ने बताया कि आत्महत्या करने से पहले उन्होंने अपनी पत्नी और दो बच्चों, एस ऋत्विक (15) और एस धृतिक अश्व (11), की हत्या की। नोट में कर्ज के भारी दबाव का भी उल्लेख हुआ है।
पुलिस ने बताया कि वह परिवार मूल रूप से सलेम शहर का निवासी है। काम के सिलसिले में वे चेन्नई में रहते थे। चेन्नई के माउंट रोड में सीरंजीबी का एक सीसीटीवी की दुकान थी। वे मात्र तीन महीने पहले इंझम्बक्कम के घर रहने आए थे। पुलिस ने बताया कि हाल ही में व्यापार में सीरंजीवी को काफी नुकसान हुआ था। उस झटके को सहने के लिए ही उन पर भारी मात्रा में कर्ज हो गया था।