जम्मू व कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के खिलाफ सेना पूरी तरह से अभियान में उतर गई है। हालांकि अभी तक किसी भी तरह की हताहत की खबर नहीं मिली है। इसी बीच अनंतनाग में दो जवान लापता हो गए हैं। बुधवार को सेना अधिकारियों ने यह जानकारी दी। लगभग 48 घंटे बीत जाने के बावजूद उनकी कोई खबर नहीं मिली है। इस घटना को लेकर रहस्य धीरे-धीरे गहराता जा रहा है।
सेना सूत्रों के अनुसार, अनंतनाग के अलान गाडोले इलाके के कोकेरनाग सब डिवीज़न के जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली। तुरंत ही सेना ने अभियान शुरू कर दिया। अभियान के दौरान अचानक विशेष पैराट्रूपर यूनिट के दो जवानों से संपर्क टूट गया। उनकी खोज में सेना ने हवाई निगरानी शुरू कर दी है। X हैंडल में एक बयान में चिनार कोर्प्स ने कहा, 6 और 7 अक्टूबर की आधी रात को अभियान के दौरान दक्षिण कश्मीर के पहाड़ी इलाके में तेज हिमपात के कारण सेना के सदस्य फंस गए। उसी समय दो जवानों से संपर्क टूट गया। तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। हालांकि खराब मौसम के कारण बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में अलेन गाडोल के विस्तृत क्षेत्र में आतंकवादियों का सक्रिय अड्डा बन गया है। सितंबर 2023 में यहीं आतंकवादियों के साथ भयानक मुकाबले में सेना के दो अधिकारी और एक पुलिसकर्मी समेत कुल चार सुरक्षा कर्मियों की मृत्यु हुई थी। अगस्त 2024 में भी आतंकवादियों के साथ हुई गोलीबारी में दो सैनिक और एक स्थानीय निवासी मारे गए थे। दूसरी ओर, उसी दिन शाम को उधमपुर जिले के बसंतगढ़ के धरनी टॉप क्षेत्र में तीन संदिग्ध आतंकवादियों के देखे जाने की खबर मिलने पर सुरक्षा बलों ने कार्रवाई शुरू की। अभी वहां कॉर्डन और सर्च ऑपरेशन जारी है। सभी मामलों में सेना और पुलिस मिलकर तलाशी अभियान चला रही है। घाटी भर में सतर्कता जारी है।