पटनाः बिहार में हिजाब विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। नियुक्ति पत्र सौंपते समय एक महिला डॉक्टर का हिजाब खींचकर उतारने का आरोप बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगा था। नियुक्ति पत्र मिलने के बावजूद उस महिला डॉक्टर ने आखिरकार नौकरी ज्वाइन नहीं की।
पटना के सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह ने कहा, “नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भी वह आयुष डॉक्टर शनिवार शाम 7 बजे तक ड्यूटी पर नहीं आईं। हालांकि, हिजाब विवाद के बाद सरकार की ओर से उस महिला डॉक्टर के ज्वाइन करने की समय-सीमा बढ़ा दी गई है। वह सोमवार को ज्वाइन करती हैं या नहीं, यह अभी देखना बाकी है।” संशोधित समय-सीमा कितने दिनों के लिए बढ़ाई गई है, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
सूत्रों के अनुसार, उस महिला डॉक्टर को पटना सदर के सबलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में ज्वाइन करना था। PHC के एक सर्जन विजय कुमार ने पुष्टि की कि उन्होंने न तो ज्वाइन किया है और न ही कोई संपर्क किया है। स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “आज करीब पांच–छह लोग ज्वाइन करने आए हैं। उनमें वह डॉक्टर शामिल नहीं हैं। उनका नाम सूची में है, लेकिन हमें पटना सिविल सर्जन के कार्यालय से उनका कोई नियुक्ति पत्र नहीं मिला है।” उल्लेखनीय है कि अभ्यर्थियों को पदभार ग्रहण करने से पहले सिविल सर्जन के कार्यालय में रिपोर्ट करना होता है।
बताया गया है कि उस महिला डॉक्टर का भाई कोलकाता में एक सरकारी लॉ कॉलेज में कार्यरत है। उसने कहा, “उसने सरकारी नौकरी ज्वाइन न करने का फैसला कर लिया है। मैंने और परिवार के लोगों ने उसे बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले पर अडिग है।”
घटना की शुरुआत पिछले सोमवार को हुई थी। उस दिन बिहार में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान खुद मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने महिला डॉक्टर के चेहरे से हिजाब खींचकर नीचे कर दिया। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि हिजाब पहने एक महिला डॉक्टर जब मंच पर नियुक्ति पत्र लेने आती है तो 74 वर्षीय जद(यू) नेता नीतीश कुमार उनके हिजाब की ओर इशारा करते हैं। महिला कुछ समझ पाती उससे पहले ही वे हाथ बढ़ाकर उसका हिजाब खींचकर नीचे कर देते हैं, जिससे चेहरे का कुछ हिस्सा दिखाई देने लगता है। इससे महिला खुद को अपमानित महसूस करती है।
उधर, वीडियो वायरल होते ही घटना की तीखी आलोचना शुरू हो गई। विपक्षी नेताओं ने नीतीश कुमार पर महिला के अपमान का आरोप लगाया। इस मामले में कांग्रेस भी मुखर हो गई है। केवल माफी की मांग ही नहीं, बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की भी मांग की गई है। कांग्रेस की ओर से X हैंडल पर पोस्ट कर लिखा गया, “एक महिला डॉक्टर अपना नियुक्ति पत्र लेने आई थीं और मुख्यमंत्री ने उनका हिजाब खींचकर उतार दिया। बिहार के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति का ऐसा व्यवहार राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।”