चेन्नई: जहां एक ओर भारत में मेस्सी को लेकर चर्चा चल रही है, वहीं दूसरी ओर भारतीय स्क्वैश टीम ने इतिहास रच दिया। टीम इंडिया ने पहली बार स्क्वैश वर्ल्ड कप जीत लिया। इस शानदार उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम को बधाई दी।
रविवार, यानी 14 नवंबर को चेन्नई में भारत ने हांगकांग को 3-0 से हराकर विश्व कप अपने नाम किया। इस जीत के साथ भारत ने स्क्वैश के वैश्विक मंच पर अपनी जगह पक्की कर ली। भारत में स्क्वैश अभी बहुत लोकप्रिय खेल नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि यह विश्व कप जीत नई पीढ़ी को स्क्वैश खेलने के लिए प्रेरित करेगी। इससे पहले भारत ने 2023 में स्क्वैश में कांस्य पदक जीता था।
प्रधानमंत्री ने टीम को बधाई देते हुए लिखा कि इतिहास रचते हुए पहली बार स्क्वैश वर्ल्ड कप जीतने पर भारतीय स्क्वैश टीम को बधाई। जोशना चिन्नप्पा, अभय सिंह, वेलावन सेंथिल कुमार और अनाहत सिंह ने शानदार प्रदर्शन किया है। उनकी इस सफलता ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है। यह जीत युवाओं के बीच स्क्वैश की लोकप्रियता बढ़ाने में मदद करेगी।
स्क्वैश वर्ल्ड कप में भारत ने लगातार शानदार प्रदर्शन किया। एक भी मैच गंवाए बिना टीम फाइनल में पहुंची और खिताब जीता। ग्रुप चरण में भारत ने स्विट्ज़रलैंड और ब्राज़ील को 4-0 से हराकर अभियान की शुरुआत की। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया। फिर मिस्र को सेमीफाइनल में 3-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
रविवार को भारत की ओर से जोशना चिन्नप्पा ने ली का यी को 3-1 से हराकर जीत की शुरुआत की (7-3, 2-7, 7-5, 7-1)। इसके बाद एशियन गेम्स पदक विजेता अभय सिंह ने एलेक्स लाउ को मात्र 19 मिनट में पराजित किया। अंत में 17 वर्षीय अनाहत सिंह ने टोमाटो हो को हराकर भारत की जीत सुनिश्चित की। पहले तीन मुकाबले जीत लेने के कारण अंत में राष्ट्रीय चैंपियन वेलावन सेंथिल कुमार को खेलने की जरूरत ही नहीं पड़ी।