जब जनसंख्या लगभग 140 करोड़ है और विश्व स्तरीय एथलीटों की संख्या गिने-चुने हैं, तब थोड़ी-बहुत टिपण्णी तो सहनी ही होगी! हमारे समय की यही स्थिति है अब। कुछ हफ्ते पहले लोथर मथाऊस शहर में आए और जो कहा, वही टिप्पणी प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई टेनिस कोच टोनी रोश के मुंह से भी सुनी गई।
सोमवार को साल्टलेक में जयदीप मुखोपाध्याय टेनिस अकादमी में बैठे रोश कह रहे थे, 'आपकी इतनी जनसंख्या है, अच्छे स्तर के टेनिस खिलाड़ी उभरने चाहिए। इसके लिए अच्छी अकादमी, शानदार सुविधाएँ और सही लोग चाहिए।' मथाऊस ने पंद्रह दिन पहले सवाल उठाया था, 'आपके देश की इतनी जनसंख्या होने के बावजूद अच्छे फुटबॉलर क्यों नहीं निकलते ?' छोटे छात्रों को बेसलाइन रिटर्न और वॉली सिखाते हुए यह बातें कह रहे थे 80 वर्षीय अडिग 'युवा' रोश।
सिंगल्स में एक फ्रेंच ओपन होने के बावजूद डबल्स में रोज़र के 13 खिताब और मिक्स्ड डबल्स में 2 खिताब थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए चार बार डेविस कप चैंपियन। कोच के रूप में चार नंबर एक खिलाड़ियों के कोच-इवान लेंडल, पैट्रिक राफ्टर, लीटन ह्यूइट और रोजर फेडरर। इस समय वह जयदीप मुखर्जी टेनिस अकादमी में पांच दिन का कैंप चला रहे हैं, जहाँ इस शहर के अलावा दिल्ली, उत्तर-पूर्व भारत से भी उभरते खिलाड़ी आए हैं।
करीब दस साल पहले रोश भारत आए थे। उस समय सोमदेव देवबर्मन भी उनके कैंप में शामिल हुए थे। सोमवार को रौश कह रहे थे, 'भारतीय टेनिस के प्रति मेरी एक कमजोरी है। लियेंडर, सानिया एक समय सिडनी में मेरे पास आए थे। पचपन-साठ के दशक में भारत से इतने अच्छे-श्रेष्ठ खिलाड़ी आए थे, मैं चाहता हूँ कि फिर से वैसा हो।' पास में बैठे जयदीप कह रहे थे, 'ग्रासरूट से खिलाड़ी तैयार करना इसके लिए जरूरी है।
बिग थ्री के बाद लड़कों के टेनिस में क्या होगा, यह आशंका ज्यादा देर तक स्थायी नहीं रही। रोश के मुताबिक, ‘कार्लोस अल्कारास और जानिक सिनर के साथ शायद बाकी खिलाड़ियों में काफी फर्क है लेकिन इससे बाकी खिलाड़ियों की भूख भी बढ़ेगी। बेन शेल्टन, जैक ड्रेपर, जोआओ फोंसेका, यहां तक कि एलेक्स डी माइनौर भी प्रतिभाशाली हैं।’ रोश के अनुसार, ‘इस साल का फ्रेंच ओपन फाइनल मेरे हिसाब से सबसे अच्छा था। टॉयलेट ब्रेक, मेडिकल ब्रेक, किसी विवाद के बिना यह पांच सेट का फाइनल सभी समय का बेहतरीन कहा जा सकता है।’
अल्कारास ने पहले दो सेट हारने के बाद सिनर को हराकर इस मैच में चैंपियन बने थे।
कोलकाता में कैंप समाप्त करने के बाद रोश गुवाहाटी जाएंगे, जहां वह जयदीप मुखोपाध्याय अकादमी के उद्घाटन में हिस्सा लेंगे। वहां से वापस आते ही वह शहर से ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ेंगे।