आईपीएल के मिनी ऑक्शन के बाद जिन खिलाड़ियों को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, उनमें वेंकटेश अय्यर का नाम प्रमुख है। नीलामी से पहले 23.75 करोड़ रुपये का खर्च कम करने के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें रिलीज कर दिया था। केकेआर की योजना थी कि नीलामी में उन्हें कम कीमत पर वापस खरीद लिया जाएगा, लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उस योजना पर पानी फेर दिया। आरसीबी ने 7 करोड़ रुपये में वेंकटेश को खरीद लिया। इसी बात से कोलकाता के हेड कोच अभिषेक नायर काफी नाराज नजर आ रहे हैं। उनका आरोप है कि नीलामी में आरसीबी बार-बार केकेआर के खिलाड़ियों को ही निशाना बनाती है।
पिछले सीजन में वेंकटेश, कोलकाता के लिए अच्छी लय में नहीं थे। हालांकि वह लंबे समय से इस फ्रेंचाइजी के लिए खेलते आ रहे हैं और घरेलू क्रिकेट में भी अच्छे फॉर्म में थे। इसलिए नीलामी में उन्हें वापस लेने के लिए केकेआर उत्सुक थी, लेकिन केकेआर टीम मैनेजमेंट यह नहीं समझ पाई कि दूसरी टीमें भी उन्हें खरीदने के लिए इतनी आक्रामक होंगी।
इस मुद्दे पर हेड कोच अभिषेक नायर ने खुलकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि शुरू से ही वेंकटेश हमारे टीम के खिलाड़ी रहे हैं। इसलिए नीलामी में हम उन्हें वापस लाना चाहते थे। हमें लगा था कि बाकी टीमें दूसरे खिलाड़ियों के लिए पैसा बचा रही हैं, इसलिए हमें वेंकटेश कम दाम में मिल जाएंगे।
शुरुआत में वेंकटेश को लेने के लिए नीलामी में लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटंस के बीच मुकाबला हुआ। दोनों ने बोली बढ़ाकर 3.20 करोड़ रुपये तक पहुंचा दी। इसके बाद केकेआर और आरसीबी मैदान में उतरे। केकेआर ने 6.80 करोड़ रुपये तक बोली लगाई, लेकिन जब आरसीबी ने 7 करोड़ रुपये की बोली लगाई तो कोलकाता ने आगे बोली नहीं बढ़ाई। हालांकि बेंगलुरु की इस रणनीति से अभिषेक नायर काफी नाराज हैं। उनका कहना है कि आरसीबी बार-बार कोलकाता के पसंदीदा खिलाड़ियों को ही निशाना बनाती है।
नायर ने आगे कहा कि हम कोशिश कर रहे थे, लेकिन आरसीबी हमेशा हमारे खिलाड़ियों को लेने के लिए कूद पड़ती है। इस साल भी उन्होंने इसी तरह वेंकटेश को खरीदा। हालांकि वेंकटेश लंबे समय तक केकेआर के लिए खेले हैं। आने वाले आईपीएल के लिए हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
अभिषेक नायर का यह दावा पूरी तरह बेबुनियाद भी नहीं है। फिल सॉल्ट, क्रिस गेल और सुयश शर्मा जैसे खिलाड़ी, जो पहले केकेआर के लिए खेल चुके हैं, उन्हें अपनी टीम में शामिल कर आरसीबी को सफलता मिली है।