एशिया कप खत्म हुए लगभग दो महीने बीत चुके हैं। भारत फाइनल में पाकिस्तान को हराकर चैंपियन बना लेकिन सूर्यकुमार यादव को अभी तक ट्रॉफी नहीं मिली है। एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ट्रॉफी अपने दफ्तर में ही छोड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि सूर्यकुमार के ट्रॉफी लेने से इनकार करने के कारण उन्होंने यह कदम उठाया। उन्होंने भारतीय टीम को संदेश भेजा कि वे दफ्तर आकर ट्रॉफी ले लें लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड इस घटना पर और कोई ड्रामा बर्दाश्त नहीं करना चाहता। इस बार बीसीसीआई ने एशियाई क्रिकेट परिषद को सीधे ईमेल किया है। वे जरूरत पड़ने पर आईसीसी के पास भी जाने को तैयार हैं।
बीसीसीआई सचिव देबजीत सैकिया ने इस बारे में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि अगर नक़वी की ओर से कोई जवाब नहीं आता है तो मामला आईसीसी तक पहुंचाया जाएगा। उन्हें आधिकारिक मेल के जरिए भी सूचित किया जाएगा। फिलहाल ट्रॉफी दुबई स्थित एशियाई क्रिकेट परिषद के कार्यालय में मोहसिन नक़वी के कमरे में रखी है। हालांकि बीसीसीआई ने पहले ही ट्रॉफी लौटाने को कहा था लेकिन नकवी अपनी जिद से पीछे नहीं हटे। उन्होंने साफ कहा कि उनके अलावा कोई और भारत को ट्रॉफी नहीं देगा।
मोहसिन नकवी के एक करीबी सूत्र ने पीटीआई को बताया कि ट्रॉफी अभी भी दुबई स्थित एसीसी कार्यालय में है। मोहसिन नकवी ने निर्देश दिया है कि उनकी अनुमति के बिना ट्रॉफी को कार्यालय से नहीं हटाया जाना चाहिए। नकवी ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट टीम या बीसीसीआई को सौंप देंगे।
हालांकि बीसीसीआई को यह बिल्कुल भी मंज़ूर नहीं था। इससे पहले देबजीत सैकिया ने कहा था कि हमने नक़वी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया क्योंकि वह पाकिस्तान के एक बड़े अधिकारी हैं। इसका यह मतलब नहीं कि वह ट्रॉफी और मेडल अपने पास रख सकते हैं।
अब देखना यह है कि बीसीसीआई की इस चेतावनी के बाद नक़वी झुकते हैं या नहीं।