BCCI हमेशा एक कप्तान नीति पर चलता है लेकिन वर्तमान में वह तस्वीर बदल गई है। दो कप्तान नीति अपनाई गई है। इस नीति में सफलता भी आ रही है। शुभमन गिल टेस्ट और ODI के कप्तान हैं और सूर्यकुमार यादव टी-20 क्रिकेट के कप्तान हैं। आगे सूर्यकुमार यादव के सामने बड़ी परीक्षा है। वे विश्व कप में टीम का नेतृत्व करेंगे। इस बार इस इवेंट में उतरने से पहले BCCI को पूर्व BCCI अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने सलाह दी। उन्होंने एक कप्तान नीति अपनाने का संकेत दिया।
2024 में टीम इंडिया ने T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद रोहित शर्मा ने संन्यास ले लिया। उस समय हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह कप्तानी की दौड़ में आगे थे, लेकिन वर्कलोड के कारण सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाया गया और कप्तान के रूप में सूर्य को सफलता मिली। उन्होंने एशिया कप में टीम को सफलता दिलाई। उनके नेतृत्व में भारत ने 22 मैच खेले और सिर्फ दो मैच हारे।
सूर्यकुमार को हटाने की सलाह
एक पॉडकास्ट में हिस्सा लेते हुए सौरभ ने कहा, ‘मैं एक दिन ईडेन में बैठा था, उस समय किसी ने मुझसे सवाल किया कि क्या शुभमन गिल को टी-20 का कप्तान बनाया जाना चाहिए ? मैंने कहा कि उसे सभी फॉर्मेट में कप्तान बनाना चाहिए, क्योंकि वह बहुत अच्छा है। तीन महीने पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली की अनुपस्थिति में शुभमन गिल ने कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों में अच्छा प्रदर्शन किया था। युवा टीम के साथ सफलता हासिल की थी और तीन महीने बाद मुझे वही सवाल फिर से पूछा जा रहा है।
सभी को धैर्य रखना होगा, किसी को अच्छा करने के लिए समय देना होगा।’
टी-20 क्रिकेट में शुभमन का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं है। खासकर जब टीम में ओपनिंग के लिए संजू सैमसन और यशस्वी जैन मौजूद हों, तो गिल का टीम में होना अक्सर सवाल उठाता है।