टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया में नियमित होने के बावजूद सफेद गेंद के क्रिकेट में यशस्वी जयसवाल अनियमित हैं। किसी अज्ञात कारण से उन्हें ODI और टी-ट्वेंटी में मौका नहीं दिया जाता रहा। चालू साल फरवरी महीने में इंग्लैंड के खिलाफ ODI क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद भी एक मैच के बाद उन्हें बेंच पर बिठा दिया गया। शुभमन गिल ODI क्रिकेट में कप्तान बनने के बाद उनके साथ ओपनिंग में जयसवाल एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं लेकिन रोहित शर्मा की वजह से उन्हें मौका नहीं मिल रहा। इस बार इसे लेकर भारत के बैटिंग कोच सीतांशु कोटक ने बात की।
दूसरे ODI से पहले पत्रकार बैठक में सीतांशु कोटक से यशस्वी जयसवाल को मौका देने के बारे में सवाल पूछा गया। उन्होंने बताया कि प्लेइंग इलेवन में मौके के लिए यशस्वी कोशिश में कोई कमी नहीं छोड़ रहें।
लाल गेंद के क्रिकेट में यशस्वी का रिकॉर्ड शानदार है। कई शतक, दोहरे शतक और किसी भी स्थिति में रन बना सकते हैं लेकिन लाल गेंद के क्रिकेट की तरह भरोसा सफेद गेंद के क्रिकेट में नहीं जीत सके। खासकर सफेद गेंद के क्रिकेट में स्ट्राइक रोटेट करने की क्षमता उन्हें पीछे की पंक्ति में रखे हुए है। सीतांशु कोटक ने कहा, यशस्वी स्क्वाड में है और मौके के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। यशस्वी जानता है कि मौका उसके पास आएगा। इसलिए तैयारी कर रहा है। दिन के अंत में सिर्फ 11 लोग खेल सकेंगे।
यशस्वी को मौका न मिलने को लेकर विशेषज्ञों ने कई कारण सामने रखे हैं। जिनमें से एक प्रमुख हैं रोहित शर्मा। ODI क्रिकेट में रोहित अभी भी ओपनिंग करते हैं। इस कारण यशस्वी को ओपनिंग में मौका नहीं मिल रहा। इसके साथ ही एक और कारण है। NDTV में प्रकाशित के अनुसार, चयनकर्ता चाहते हैं कि यशस्वी लाल गेंद के क्रिकेट में विशेषज्ञ बनें। टेस्ट में 33 मैचों में यशस्वी की स्ट्राइक रेट 85.97 है।
यशस्वी हालांकि मौके के लिए कोशिश में कोई कमी नहीं छोड़ रहे। वह ऑलराउंडर के रूप में खुद को तैयार कर रहे हैं। नेट्स में लेग स्पिन करते दिखाई देते हैं। वैसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी में यशस्वी परखे नहीं गए हैं लेकिन गेंदबाजी की क्षमता उन्हें आगे रखेगी।