सामने पाकिस्तान-श्रीलंका-जिम्बाब्वे के बीच त्रिपक्षीय श्रृंखला है, और इससे पहले पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के जिला अदालत के सामने विस्फोट हुआ, जिससे श्रृंखला के भविष्य पर सवाल उठ गए हैं। 2009 में पाकिस्तान में खेलते समय श्रीलंका की टीम को चरमपंथी हमले का सामना करना पड़ा था। इस बार उनकी श्रृंखला से पहले फिर इस हमले के दबाव में पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड है। इस बारे में इस बार बैठक में महसीन नक़वी शामिल हुए।
समाचार एजेंसी PTI द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसीन नकवी, जो हाल ही में पाकिस्तान के गृह मंत्री भी बने हैं, उन्होंने पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति को लेकर श्रीलंका क्रिकेट टीम के अधिकारियों के साथ बैठक की। रिपोर्ट में बताया गया कि उन्होंने श्रीलंका टीम को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया। इसके बावजूद श्रीलंका टीम संतुष्ट नहीं हो सकी।
पाकिस्तान के पड़ोसी देश अफगानिस्तान के साथ संबंध अच्छे नहीं हैं। हाल ही में दोनों देशों के बीच गोलाबारी हुई, जिसमें अफगानिस्तान के तीन क्रिकेटरों की मौत हुई। इसके बाद अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के साथ त्रिदेशीय श्रृंखला खेलने से इनकार कर दिया। इसके बाद इस्लामाबाद में एक आत्मघाती विस्फोट में 12 लोग मारे गए लेकिन इसके बाद मोहसीन नकवी ने खुद श्रीलंका टीम से बात की और सुरक्षा के मामले में आश्वासन दिया।
मार्च 2009 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने श्रीलंका की टीम के बस पर हमला किया था। यह हमला लाहौर के गद्दाफ़ी स्टेडियम के पास हुआ। कई खिलाड़ी मुश्किल से अपनी जान बचा सके थे। इसके बाद पाकिस्तान में कई सालों तक विदेशी टीमों ने खेलने का दौरा नहीं किया। हालांकि अब तस्वीर बदल गई है।
17 नवंबर से 29 नवंबर तक पाकिस्तान त्रिकोणीय सीरीज खेलेगा श्रीलंका और ज़िम्बाब्वे के खिलाफ