घरेलू मैदान पर लगातार तीन टी-ट्वेंटी मैच हारने की कगार पर मिचेल मार्श की अस्ट्रेलिया। गोल्ड कोस्ट में चौथे टी-ट्वेंटी में जीत के बाद आज अंतिम मैच ब्रिसबेन के गाब्बा में। यह मैच जीतने पर भी अधिकतम सीरीज 2-2 कर सकते हैं ऑसीज, जीत अब संभव नहीं। गोल्ड कोस्ट के मैच में अक्षर, वाशिंगटन और वरुण ने जिस तरह गेंदबाजी की है, वह ऑसी टीम मैनेजमेंट को जरूर चिंता में डालेगी। क्योंकि अगले साल टी-ट्वेंटी विश्वकप भारत-श्रीलंका में होना है। उपमहाद्वीप की विकेट पर स्पिनरों को मदद मिलेगी ही। अस्ट्रेलिया की विकेट पर ही यदि भारतीय स्पिनर इस तरह धाक जमाते हैं, तो भारतीय विकेट पर क्या हो सकता है, यह अनुमान लगाना कठिन नहीं। फिर भी कुलदीप यादव को भारत-दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए देश वापस भेज दिया गया है।
इस सीरीज में ऑलराउंडर के रूप में शिवम दूबे खुद को स्थापित कर चुके हैं। गोल्ड कोस्ट के मैच में उन्हें तीन नंबर पर उतारा गया था। कठिन विकेट पर 18 गेंद में 22 रन बनाने के अलावा गेंद हाथ में लेकर उन्होंने 2 ओवर में 20 रन देकर दो विकेट लिए। पहला ऑसी कप्तान मिचेल मार्श का, दूसरा फॉर्म में चल रहे बैटर टिम डेविड का। पिछले सितंबर में एशिया कप के दौरान चोट लगने के बाद अस्ट्रेलिया सीरीज में हार्दिक नहीं हैं लेकिन घरेलू मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में टीम में वापसी के बाद भी आगामी विश्वकप में पहली इलेवन में हार्दिक के प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरेंगे शिवम। पूर्व भारतीय बैटिंग कोच अभिषेक नायर कहते हैं, 'बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है शिवम। हार्दिक टीम में वापस आने पर भी शिवम को बाहर करने से पहले टीम मैनेजमेंट को सोचना होगा। सीम बॉलिंग ऑलराउंडर के रूप में जो काम हार्दिक करता है, शिवम वही काम करके दिखा रहा है।'
अंतिम दो मैचों में भारत ने कीपर के रूप में जितेश शर्मा को खिलाया है। इससे टीम में जगह नहीं मिल रही संजू सैमसन को। पिछले एक साल में इस फॉर्मेट में तीन शतक लगाने के बाद भी शुभमन गिल के वाइस कप्तान के रूप में टीम में वापसी के बाद मिडिल ऑर्डर में संजू को आना पड़ा। अब टीम में ही अनिश्चित हो गए हैं। वहीं शुभमन गिल ने ओपनर के रूप में दमदार प्रदर्शन किया हो, ऐसा भी नहीं। रिजर्व में बैठे हैं एक और ओपनर यशस्वी जायसवाल। सब मिलाकर टी-ट्वेंटी टीम में अब कई विकल्प हैं मैनेजमेंट के पास लेकिन उन्हें तय करना होगा कि किस कॉम्बिनेशन के साथ टीम खेलना चाहती है।
इस सीरीज के समाप्त होने के बाद अगले साल फरवरी-मार्च में टी-ट्वेंटी विश्वकप से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच और न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया को पांच मैच मिलेंगे। उन मैचों में ही तय हो जाएगा कि अगले साल विश्वकप में भारत की नीति क्या होने वाली है। इस सीरीज में अपनी जगह पक्की करने के मामले में जो कुछ भी करना था, सब कुछ किया है अर्शदीप सिंह ने। अंतिम मैच में यदि बुमराह को आराम दिया जाता है तो उनकी जगह खेल सकते हैं हर्षित राणा। स्पिनरों में कुलदीप विश्वकप से पहले टीम में वापस आएंगे ही, बाकियों में अक्षर, वरुण, वाशिंगटन भी रहेंगे। पहली इलेवन में जगह बनाने के लिए कड़ी लड़ाई होगी।