बांग्लादेश क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप

By नवीन पाल, Posted by: लखन भारती.

Nov 07, 2025 19:28 IST

बांग्लादेश की महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान जहांआरा आलम के एक साक्षात्कार को लेकर विश्व क्रिकेट में हलचल मची हुई है। गुरुवार यानी 6 नवंबर को एक यूट्यूब चैनल को साक्षात्कार देकर उन्होंने कई विस्फोटक टिप्पणियां की। बांग्लादेश क्रिकेट टीम से बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के खिलाफ मुंह खोला। जिसमें मुख्य था उसपर यौन उत्पीड़न का आरोप। अब इस आरोप के आधार पर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने जांच शुरू की है।

जहांआरा आलम ने बताया है कि बांग्लादेश की महिला टीम के पूर्व चयनकर्ता मंजूर इस्लाम और लड़कियों की टीम के पूर्व इंचार्ज तौहीद महमूद ने उन्हें यौन उत्पीड़न किया है। इनमें से तौहीद महमूद का निधन हो चुका है। उनके करियर को बर्बाद करने के पीछे पूर्व और वर्तमान कोचिंग स्टाफ के कई सदस्य भी हैं, ऐसा वे मानती हैं। इस आरोप को लेकर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने गुरुवार रात एक जांच समिति गठित करने की घोषणा की।

बीसीबी की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया, 'राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व सदस्य के आरोप में टीम से जुड़े कुछ व्यक्तियों के खिलाफ बुरे व्यवहार का उल्लेख है। सभी खिलाड़ियों और कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित, सम्मानजनक और पेशेवर माहौल सुनिश्चित करने के लिए हम जिम्मेदार हैं। बोर्ड इस मामले को सर्वोच्च गंभीरता के साथ देख रहा है और जांच में प्राप्त जानकारी के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करेगा।'

बीसीबी ने जहांआरा के आरोप के आधार पर जो जांच समिति बनाई है, वह समिति आगामी 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करेगी। इस मामले में जहांआरा के साथ बांग्लादेश क्रिकेटरों का संगठन खड़ा हुआ है। उनकी ओर से दोषियों की सजा की मांग की गई है।

जहांआरा ने इससे पहले एक और साक्षात्कार में बांग्लादेश की महिला टीम की कप्तान निगार सुल्ताना के खिलाफ आरोप लगाया था। निगार जूनियर खिलाड़ियों की पिटाई करती थीं, ऐसा जहांआरा ने बताया था। उस समय बीसीबी ने आरोप को खारिज कर दिया था। 2024 में आखिरी बार देश की जर्सी में जहांआरा खेलने उतरी थीं। वर्तमान में वे ऑस्ट्रेलिया में हैं।

Prev Article
'पहले से ही तय किया गया..', शमी को बाहर करने को लेकर अगरकर को कोच की फटकार
Next Article
बाहर नहीं हुए लेकिन केवल 3 गेंद खेलने के बाद शुभमन को मैदान छोड़ना पड़ा, आखिर क्यों ?

Articles you may like: