6 गेंदों में 6 छक्के, 11 गेंदों में हाफ सेंचुरी, मेघालय के आकाश का विश्व रिकॉर्ड

By तानिया राय, Posted by: लखन भारती.

Nov 09, 2025 16:56 IST

रवि शास्त्री के बाद दूसरी बल्लेबाज के रूप में आकाश कुमार चौधरी रणजी ट्रॉफी में एक ओवर में छह छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी बनाते हैं। इसी के साथ मात्र 11 गेंदों में हाफ सेंचुरी ठोक दिया।

रणजी ट्रॉफी 2025-26 के एक रोमांचक मैच में मेघालय के युवा बल्लेबाज आकाश कुमार चौधरी ने पूरे क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। सिर्फ 11 गेंदों में हाफ सेंचुरी बनाकर उन्होंने एक विशाल विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस पारी के जरिए आकाश ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज़ अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने यह कीर्तिमान सूरत में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए हासिल किया।

रिकॉर्ड तोड़ने वाली पारी अरुणाचल के खिलाफ चल रहे रणजी मैच में मेघालय ने अपनी पहली पारी 6 विकेट पर 628 रन बनाकर घोषित की और इसी पारी में आकाश कुमार चौधरी ने 14 गेंदों में 50 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने केवल 11 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की। इसके साथ ही उन्होंने 13 साल पुराना विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड वेन व्हाइट के नाम था, जिन्होंने 2012 में एससेक्स के खिलाफ 12 गेंदों में यह कीर्तिमान बनाया था। आकाश ने एक गेंद कम खेलकर उस रिकॉर्ड को तोड़कर इतिहास रचा। रणजी ट्रॉफी में इससे पहले सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड जम्मू-कश्मीर के बंदीप सिंह के नाम था, जिन्होंने 2015-16 में त्रिपुरा के खिलाफ 15 गेंदों में अर्धशतक बनाया था।

एक ओवर में छह छक्के, इस ऐतिहासिक पारी के दौरान लिमार की दाबड़ी में एक ओवर में छह छक्के भी मारे आकाश कुमार चौधरी। इसके परिणामस्वरूप वे रवि शास्त्री के बाद दूसरे बल्लेबाज बने, जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में एक ओवर में छह छक्के मारे। बिहार के खिलाफ भी शानदार फार्मइस सीजन में आकाश कुमार चौधरी शानदार फार्म में हैं। बिहार के खिलाफ पिछले मैच में भी उन्होंने अर्धशतक बनाया था। उस मैच में पहली पारी में उन्होंने 62 गेंदों में 60 रनों की झकझोर पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उल्लेखनीय है कि आकाश कुमार चौधरी मेघालय की ओर से अब तक 31 प्रथम श्रेणी के मैच खेल चुके हैं, जहां उन्होंने 3 अर्धशतकों की मदद से 500 से अधिक रन बनाए और 85 से अधिक विकेट लिए।

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