एई समय, भोपालः कहावत है कि दादी या नानी की आँखों का तारा उनके पोते-पोतियाँ होते हैं लेकिन उसी पोती की हत्या करने का आरोप दादी पर लगा है। आरोप है कि वह महिला पोते का मंह देखना चाहती थी। लेकिन पोती होने के कारण निराशा में चार महीने की पोती की हत्या कर दी। मध्य प्रदेश की घटना है। उस महिला को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह हत्या मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा के बारखेड़ी गाँव में हुई। आरोप है कि मीनाबाई अश्वारे नाम की उस महिला ने अपनी पोती का गला घोंटकर हत्या की। कृत्तिका नाम की वह बच्ची जब झूले में सो रही थी तब उसकी हत्या कर दी गई। पिछले शुक्रवार को यह हत्या हुई। सोमवार को उस बच्ची का शव बरामद हुआ।
जानकारी मिली है कि जब यह हत्या हुई तब बच्ची की मां मीरा घर के पीछे बर्तन मांज रही थी। आरोप है कि पोती की हत्या करने के बाद मीनाबाई ने कपड़े में लपेटकर उसका शव घर के पास एक सूखे कुएं में फेंक दिया। इधर, उस बच्ची को न देखकर घर के लोगों ने खोजना शुरू किया। खबर मिलने के बाद पड़ोसियों के साथ-साथ पुलिस ने भी तलाशी शुरू की।
पुलिस ने बताया कि बच्ची के दादा निर्भय सिंह ने उस कुएं में एक संदिग्ध बंडल देखा। लेकिन 'गंदे कपड़े' कहकर मीनाबाई ने उसे उठाने से मना किया। इस पर संदेह होने पर वह बंडल उठाया गया। उसे खोलते ही बच्ची का शव मिला। तीन दिन तक वह शव कुएं में पड़ा रहा।
उस बच्ची के पिता शुभम अश्वारे ने बताया कि पोती की हत्या की बात उनकी मां ने स्वीकार कर लिया है। लेकिन उनकी मां ने बच्ची की हत्या क्यों की, यह वे नहीं जानते। वहां के पुलिस अधिकारी राजेश दुबे ने बताया कि बच्ची के मुंह में एक छोटा, पतला तौलिया ठूंसा गया था, जिससे सांस रुक जाने से बच्ची की मौत हुई। इस घटना में उस परिवार का कोई करीबी शामिल है इसका हमें शुरू से ही संदेह था। बच्ची की दादी लगातार दो पोतियां होने के कारण निराश थी, उसी निराशा के कारण छोटी पोती की उसने हत्या कर दी।