पुरीः पुरी के जगन्नाथ मंदिर में इस बार मादला पंजी का डिजिटल संरक्षण किया जाएगा। विभिन्न महत्वपूर्ण और दुर्लभ दस्तावेजों का भी डिजिटल संरक्षण किया जाएगा। यह निर्णय पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन प्राधिकरण ने लिया है।
जगन्नाथ मंदिर में जो सभी दस्तावेज हैं, उनमें से एक प्रमुख है मादला पंजी। उसमें जगन्नाथ मंदिर का सारा इतिहास और घटनाक्रम लिखा है। इस मंदिर के विभिन्न रीति-रिवाजों और नियमों की बात भी उसमें लिखी है। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक अरविंद पाधी ने बताया कि अब उसे डिजिटल पद्धति से संरक्षित किया जाएगा।। बृहस्पतिवार को उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर यह बात बताई है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस मंदिर में कई दुर्लभ पोथियां और ताड़पत्र पर लिखीपांडुलिपियों और पोथियों को भी इसी पद्धति से संरक्षित किया जाएगा।
इस निर्णय का कारण बताते गुए जगन्नाथ मंदिर प्रशासन प्राधिकरण ने कहा कि मंदिर समिति मंदिर के दुर्लभ रिकॉर्ड, रीति-रिवाज, पवित्र मादला पांजी, ताड़पत्र की पांडुलिपियों आदि को संरक्षित करने के लिए एक डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने जा रही है। शोधकर्ता इन जानकारियों का विभिन्न कामों में उपयोग करते हैं लेकिन वे बहुत पुरानी होने के कारण नष्ट होने लगी हैं।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक ने बताया है कि यह पहल जगन्नाथ मंदिर की कालजयी विरासत को बचाने के उद्देश्य से की गई है। इस काम के होने से पुरी के मंदिर प्राधिकरण भक्तों और शोधकर्ताओं को डिजिटल पहुंच प्रदान करेगा।