एक छात्र पर अपने ही सहपाठी पर चाकू से हमला करने का आरोप। अस्पताल ले जाते समय बीच रास्ते में घायल छात्र ने दम तोड़ दिया।
कोलकाता, 12 सिंतबर : छात्रों के बीच आपसी झगड़ा और बात हाथापाई तक पहुंच गयी। इस बीच एक छात्र पर अपने ही सहपाठी पर चाकू से हमला करने का आरोप। अस्पताल ले जाते समय बीच रास्ते में घायल छात्र ने दम तोड़ दिया। यह कोई क्राइम थ्रीलर कहानी नहीं बल्कि दिन-दहाड़े दक्षिणेश्वर मेट्रो स्टेशन पर घटी एक घटना है। शुक्रवार की दोपहर को घटी इस घटना के बाद से ही हंगामा मचा हुआ है। सवाल यह उठाया जा रहा है कि आखिर मेट्रो स्टेशन परिसर में एक छात्र ने चाकू लेकर प्रवेश कैसे किया?
क्या है मामला?
शुक्रवार को रोज की तरह ही बागबाजार ब्वॉयज स्कूल की कक्षा 11वीं के 17 वर्षीय छात्र का उसके घर पर परिजन इंतजार कर रहे थे। इस दौरान दोपहर को उक्त छात्र के एक दोस्त ने फोन कर परिवार के सदस्यों को बताया कि उक्त छात्र की तबीयत खराब हो गयी है। इसलिए परिवार के लोग तुरंत सागर दत्त मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचे।
वहां पहुंचने पर परिजनों को पता चलता है कि दक्षिणेश्वर मेट्रो स्टेशन परिसर के अंदर चाकू से दोस्त द्वारा किये हमले में उनका बेटा बुरी तरह से घायल हो गया था। उसके गले की नस कट गयी थी। अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में ही उसने अपना दम तोड़ दिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दोपहर को करीब 3 बजे के आसपास खाली दक्षिणेश्वर मेट्रो स्टेशन के टिकट काउंटर के सामने छात्रों के दो संगठनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गयी। किसी को कुछ समझ से पहले ही एक छात्र ने दूसरे के गले पर चाकू से हमला कर दिया। उक्त छात्र वहीं जमीन पर ढेर हो गया।
बाकी छात्रों की चीख-पुकार सुनकर स्टेशन पर उस समय मौजूद कुछ यात्री, रेल पुलिस और आरपीएफ के जवान दौड़ पड़े और घायल छात्र को उठाकर सागर दत्त मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले गये। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि अतिरिक्त खून बह जाने की वजह से उसकी मौत हो गयी है।
परिजनों को नहीं आ रहा समझ
मृत छात्र के परिजनों का कहना है कि उनका बच्चा कभी किसी से झगड़ा नहीं करता था। वह शांत स्वभाव का था। हमसे सिर्फ जल्दी से जल्दी सागर दत्त मेडिकल कॉलेज आने के लिए कहा गया था और यहां आकर पता चला कि हमारा संसार ही उजड़ चुका है। जानकारी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर पुलिस ने 3 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। प्राथमिक तौर पर पता चला है कि यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है।
उठ रहे हैं सवाल
लेकिन सबसे पहला सवाल यह उठ रहा है कि एक स्कूल छात्र कैसे चाकू लेकर मेट्रो स्टेशन के अंदर प्रवेश कर गया? क्यों बच्चों की चीख-पुकार सुनने के बावजूद प्रशासन का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा? क्या उस समय टिकट काउंटर में भी कोई मौजूद नहीं था, जिसने उन्हें रोकने का प्रयास किया हो।
इस बारे में वराहनगर के तृणमूल काउंसिलर अंजन पाल का कहना है, 'मुझे समझ में ही नहीं आ रहा है कि ऐसा कुछ घट सकता है। छात्र को अस्पताल लाने के बाद ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। मैं इस मामले की पूरी जांच करने की मांग करता हूं। छात्रों के बीच ऐसी सोच कैसे बढ़ रही है, यह भी सोचने वाली बात है।'