नयी दिल्लीः कॉफ़ी रंग की कार्गो पैंट और सफेद टी-शर्ट पहनकर बुधवार को दोपहर बारह बजे राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता शुरू की। हरियाणा विधानसभा चुनाव के बूथ-फेरत सर्वे और हरियाणा के मुख्यमंत्री का एक वीडियो क्लिप दिखाकर राहुल का भाषण आरंभ हुआ। इसके बाद राहुल के पीछे लगे विशाल स्क्रीन पर नीली जीन्स की जैकेट पहने एक महिला की तस्वीर दिखाई दी। इसके पास लिखा था, ‘ये कौन है?’ तस्वीर किसकी है, इसकी खोज सोशल मीडिया पर भी शुरू हो गई। राहुल द्वारा पूछा गया प्रश्न इंटरनेट उपयोगकर्ता भी खोजने में जुट गए।
राहुल ने पत्रकारों से उस महिला की तस्वीर दिखाते हुए पूछा, 'यह महिला कौन है? उसकी उम्र कितनी है? वह किस राज्य से आई हैं? उसका नाम क्या है? क्या कोई बता सकता है? वह कहां से आई हैं?’ कोई उत्तर नहीं मिला। इसके बाद राहुल ने खुद एक जानकारी दी। मॉडल की तस्वीर स्टॉक फोटोग्राफी वेबसाइट्स जैसे Unsplash और Pexels पर मुफ्त डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। लेकिन वह कौन हैं? नाम पता नहीं चल सका।
तस्वीर को लेकर विवाद इसलिए शुरू हुआ क्योंकि उस महिला की फोटो हरियाणा के मतदाता सूची में दर्ज है। यह एक बार नहीं, बल्कि कई बार हुई है। तस्वीर के पास कई नाम लिखे हैं, जैसे ‘सीमा’, ‘स्वीटी’, ‘सरस्वती’, ‘रश्मि’, ‘बिमला’ और अन्य। महिला का नाम सामने नहीं आया है, लेकिन उनकी तस्वीर ब्राज़ील के फोटोग्राफर मैथ्यूस फेरो ने ली थी। आठ साल पहले यह फोटो इंटरनेट पर अपलोड की गई थी। 2 मार्च 2017 को ‘Unsplash’ वेबसाइट पर यह तस्वीर प्रकाशित हुई थी। अब तक इसे 4 लाख से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है।
एक राष्ट्रीय समाचार माध्यम ने दावा किया है कि LinkedIn पर विभिन्न प्रोफाइलों में भी इस महिला की तस्वीर देखी गई है। यानी इस तस्वीर का उपयोग कर कई प्रोफाइल बनाए गए हैं। किसी प्रोफाइल में उन्हें सीनियर सॉफ़्टवेयर इंजीनियर बताया गया, किसी में वॉशिंगटन डी.सी. की ऑफिस मैनेजर और कहीं एल एंड टी के क्लाउड इंजीनियर के रूप में परिचय दिया गया। यानी महिला की तस्वीर का इस्तेमाल कर कई नकली प्रोफाइल बनाए गए हैं।
लेकिन वह महिला की तस्वीर हरियाणा के मतदाता सूची में कैसे इस्तेमाल हुई? मतदाता सूची में यह धोखाधड़ी कैसे हुई? इस सवाल को पत्रकार वार्ता में राहुल ने उठाया। उनका कहना था, ' बहुत कम समय में यह पता लगाया जा सकता है कि एक ही तस्वीर का उपयोग करके कई मतदाता बनाए गए हैं। असल में चुनाव आयोग खुद धोखाधड़ी को अनुमति देता है।’
राहुल के बयान का विरोध करते हुए भाजपा केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि बिहार चुनाव से पहले हुई असफलताओं के कारण राहुल ने ऐसे सभी झूठे आरोप लगाए हैं।