नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में हरियाणा के हालिया विधानसभा चुनावों पर नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की वोटर लिस्ट झूठी और भ्रष्ट है। अगर वोटर लिस्ट झूठ पर आधारित है तो लोकतंत्र का कोई अस्तित्व नहीं रह जाता। वहीं, चुनाव आयोग ने उनके आरोपों पर सफाई देते हुए पारदर्शिता और वैधता का दावा किया है।
दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस राहुल ने क्या कहा?: राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में हुआ चुनाव एक झूठ था। हरियाणा की वोटर लिस्ट फर्जी है और अगर वोटर लिस्ट फर्जी है तो पूरा चुनाव झूठ है। हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में करीब 3.5 लाख मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए, जबकि कई लोगों के नाम एक से अधिक बूथों पर हैं। कुछ मतदाता 14 बार तक वोट डालते पाए गए और एक महिला का नाम 223 बार दो बूथों में दर्ज था। चुनाव आयोग ने इन डुप्लिकेट वोटरों को हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि यह सब भाजपा के पक्ष में किया गया। हरियाणा ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी यही पैटर्न देखने को मिला है।
हर आठवां मतदाता फर्जी : राहुल गांधी ने दावा किया कि हरियाणा में लगभग 12.5% यानी हर आठवां मतदाता फर्जी है। यह गड़बड़ी केवल एक जिले या क्षेत्र में नहीं, बल्कि पूरे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर की गई है। हमारे पास साफ-साफ सबूत हैं कि करीब 25 लाख वोटर या तो डुप्लिकेट हैं या फिर अस्तित्व में ही नहीं हैं। यह सिर्फ चुनावी गड़बड़ी नहीं, बल्कि लोकतंत्र की चोरी है।
‘H Files’ के ज़रिए पेश किए सबूतः राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस को ‘H Files’ नाम दिया और कहा कि यह पूरे राज्य की चुनावी चोरी का खुलासा है। कांग्रेस की टीम ने हरियाणा, महादेवपुरा और आलंद की वोटर लिस्ट का डेटा जुटाया है और यह सब चुनाव आयोग के आधिकारिक रिकॉर्ड पर आधारित है। हम यह जनता के सामने साफ-साफ रख रहे हैं कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री की सरकार वैध नहीं है। यह जनता का जनादेश चोरी कर बनाई गई सरकार है।
भारत की जेन ज़ी में लोकतंत्र को फिर स्थापित करने की शक्तिः राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा में बड़े पैमाने पर कथित वोटर फ्रॉड के आरोपों के बीच भारत की जेन ज़ी और युवाओं से देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा सत्य और अहिंसा के माध्यम से लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने की ताकत रखते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हरियाणा में कांग्रेस की संभावित भारी जीत को हार में बदलने के लिए एक संगठित योजना बनाई गई थी। मैं भारत के युवाओं और जेन ज़ी से कहना चाहता हूँ कि इसे ध्यान से समझें क्योंकि आपका भविष्य नष्ट किया जा रहा है।
चुनाव आयोग की सफाई व पलटवारः राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग (ईसीआई) ने सफाई दी। आयोग के सूत्रों ने कहा कि हरियाणा की मतदाता सूची पर किसी भी पार्टी ने कोई औपचारिक अपील या आपत्ति नहीं दर्ज कराई थी। आयोग ने सवाल उठाया कि अगर कांग्रेस को डुप्लिकेट वोटरों पर शक था तो उनके बूथ एजेंटों ने मतदान के दौरान या बाद में आपत्ति क्यों नहीं जताई? ड्राफ्ट वोटर लिस्ट 2 अगस्त 2024 को सभी मान्यता प्राप्त दलों को दी गई थी। 4,16,408 दावे और आपत्तियां दर्ज की गईं और 27 अगस्त को फाइनल लिस्ट जारी की गई। किसी भी स्तर पर कांग्रेस की ओर से अपील नहीं की गई। चुनाव के बाद सिर्फ 23 चुनाव याचिकाएं दायर की गईं, जो न्यायालय में लंबित हैं। आयोग ने स्पष्ट किया कि 'हाउस नंबर जीरो' का उपयोग उन इलाकों के लिए होता है, जहां नगरपालिका या पंचायत ने घरों को नंबर नहीं दिए हैं, इसलिए इसे गड़बड़ी का प्रमाण नहीं माना जा सकता।