नयी दिल्लीः विदेश के कई परमाणु वैज्ञानिकों से नियमित संपर्क रखने के पीछे खास कारण था। पाकिस्तान भी कई बार गया था। जासूसी के आरोप में दिल्ली से ऐसे एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसका नाम मोहम्मद आदिल हुसैनी उर्फ सैयद आदिल हुसैनी है। मंगलवार को उसे दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया था। न्यायाधीश ने उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है।
पुलिस का आरोप है कि मोहम्मद आदिल हुसैनी दिल्ली में जाली पासपोर्ट का रैकेट चलाता था। जांचकर्ताओं को संदेह है कि हुसैनी विदेश में विभिन्न गुप्त जानकारी की तस्करी करता था। कई परमाणु वैज्ञानिकों से वह संपर्क रखता था। हालांकि जांचकर्ताओं ने जांच के हित में उन वैज्ञानिकों के बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया।
पुलिस का दावा है कि हुसैनी के पास से एक असली और दो जाली भारतीय पासपोर्ट बरामद हुए हैं। जाली दस्तावेज का उपयोग करके एक संवेदनशील संस्थान से जुड़े तीन पहचान पत्र उसके पास से मिले हैं। पुलिस का आरोप है कि हुसैनी झारखंड के जमशेदपुर में जाली पहचान पत्र और पासपोर्ट बनाने का वाले एक गिरोह से जुड़ा है।
पुलिस की पूछताछ में हुसैनी ने स्वीकार किया है कि उसने एक रूसी वैज्ञानिक से परमाणु हथियार संबंधी कई जानकारी जुटाई थी। वह जानकारी ईरान के एक वैज्ञानिक को बेची थी। कौन सी जानकारी की तस्करी की जाती थी, पुलिस इसकी जांच कर रही है। साथ ही जाली पासपोर्ट गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में भी छापेमारी की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि किन-किन देशों के साथ किस तरह की जानकारी का वह आदान-प्रदान करता था।