इम्फालः मणिपुर अभी भी अशांत है। इस बार कुकी आतंकवादियों की बेरहम पिटाई से गांव प्रधान की मौत का आरोप लगा है। मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में सोमवार रात को यह घटना घटी। पुलिस सूत्रों से पता चला है कि मृतक का नाम एम हाओकिप (50) है।पुलिस ने स्थानीय मीडिया को बताया है कि हाओकिप मणिपुर के हेंगलेप सब-डिवीजन के टी खोनोम्फाई गांव के प्रधान थे। गांव की सड़क के किनारे उनका का शव बरामद हुआ है। स्थानीय निवासी उन्हें गंभीर घायल अवस्था में बचाकर स्थानीय अस्पताल ले जा रहे थे। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया है कि हाओकिप के शरीर पर कई चोटों के निशान हैं। पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि लाठी और किसी अन्य भारी वस्तु से हाओकिप पर हमला किया गया है। चोटों के कारण हाओकिप की मौत हुई है। घटना में आरोप यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी पर है। हालांकि पुलिस या हाओकिप के परिवार की ओर से यह हमला क्यों किया गया इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
1967 में मणिपुर में वंशानुगत गांव प्रधान बनने की प्रथा बंद करने के लिए राज्य सरकार की ओर से कानून पारित कराया गया था लेकिन वह कानून आज तक प्रभावी नहीं हुआ है। मणिपुर में अब तक यह व्यवस्था जारी है। कुछ दिन पहले ही यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी की ओर से चूड़ाचांदपुर जिले के एक उच्च पुलिस अधिकारी और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई थी। उस घटना में पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू की। मणिपुर पुलिस की ओर से एक एक्स पोस्ट में पूरी घटना की जानकारी दी गई।