खेल का मैदान सालों पहले काफी पीछे छूट गया था। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने लगभग 16 साल पहले कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में राजनीति में पदार्पण किया था। अब इतने लंबे अंतराल के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर मो. अजहरुद्दीन प्रशासन का हिस्सा बनकर एक नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। अजहरुद्दीन शुक्रवार 31 अक्टूबर को तेलंगाना कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।
सौरभ और सचिन जैसे क्रिकेटरों को लंबे समय तक नेतृत्व प्रदान करने वाले अजहरुद्दीन के मंत्री पद की शपथ लेने की खबर चौंकाने वाली है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार अजहरुद्दीन को मंत्रिमंडल में शामिल करना दरअसल आगामी उपचुनावों में मतदाताओं का दिल जीतने की एक कोशिश है क्योंकि 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में वोट बैंक अल्पमत में है।
हालांकि मोहम्मद अजहरुद्दीन को जनता ने मंत्री नहीं चुना है। विधान परिषद के नियमों के अनुसार पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान तेलंगाना के राज्यपाल कोटे से एमएलसी के रूप में विधानसभा में मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।
गौरतलब है कि 2023 के तेलंगाना चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था लेकिन दिवंगत बीआरएस नेता मगंती गोपीनाथ से हार गए थे। बीआरएस नेता मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण 11 नवंबर को जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा की गई थी।
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अजहरुद्दीन ने 2009 में कांग्रेस में शामिल होकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। उस साल उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर मुरादाबाद से लोकसभा सीट जीती। 2018 में उन्हें तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था।