नयी दिल्लीः त्योहार का मौसम शुरू हो गया है। देश के लाखों रेलकर्मियों के लिए खुशखबरी आने वाली है। सूत्रों के अनुसार, बुधवार को ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रेलकर्मियों के लिए उत्पादकता से जुड़े बोनस के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पिछले साल की तरह इस साल भी केंद्र 78 दिनों की मजदूरी बोनस के रूप में देगा।
जानकारी मिली है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 10,91,146 रेल कर्मियों के लिए 78 दिनों का उत्पादकता से जुड़ा बोनस (PLB) मंजूर किया है। इसके लिए 1865.68 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, यह बोनस मुख्य रूप से नॉन-गजेटेड कर्मचारियों को दिया जाएगा, जो देश के सबसे महत्वपूर्ण परिवहन नेटवर्क को कुशलता से चालू रखते हैं। यह बोनस उत्पादकता से जुड़ा है, यानी कार्यक्षमता और प्रदर्शन के आधार पर ही यह अतिरिक्त धनराशि दी जा रही है।
जानकार लोगों का मानना है कि सरकार ने हाल ही में आवश्यक वस्तुओं और घरेलू सामानों पर जीएसटी कम किया है। इसके परिणामस्वरूप ग्राहकों की खरीदारी की इच्छा कुछ बढ़ रही है। त्योहार से पहले हाथ में अतिरिक्त पैसे आने से अपनी कुछ इच्छाएं पूरी करने का मौका मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि 2024 यानी पिछले साल लगभग 11 लाख रेलकर्मियों को बोनस मिला था। केंद्र ने 78 दिनों की मजदूरी बोनस के रूप में देने की घोषणा की थी। इस हिसाब से रेलकर्मियों को अधिकतम 17,951 रुपये बोनस के रूप में मिले थे। बोनस के लिए 2029 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे।
पिछले साल बोनस के लिए रेलवे के विभिन्न श्रेणियों के पदाधिकारी योग्य माने गए थे। इनमें ट्रैक इंस्पेक्टर, लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, स्टेशन मास्टर, सुपरवाइजर, तकनीशियन हेल्पर, पॉइंटमैन, मंत्रिस्तरीय कर्मचारी और अन्य समूहों के कर्मचारी भी शामिल थे।