नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के लिए रवाना हुए। वहां वे अफ्रीकी महाद्वीप पर पहली बार आयोजित हो रहे G20 शिखर सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे। प्रस्थान से पहले जारी बयान में उन्होंने इसे एक विशेष शिखर सम्मेलन बताया और कहा कि वे ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ तथा ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ की भावना के अनुरूप भारत का दृष्टिकोण सामने रखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका द्वारा दिया गया इस वर्ष का थीम सॉलिडैरिटी, इक्वालिटी और सस्टेनेबिलिटी न्यू दिल्ली और रियो डी जनेरियो में हुए पिछले सम्मेलनों की उपलब्धियों को आगे बढ़ाता है।
विश्व नेताओं से मुलाकात और IBSA शिखर सम्मेलन में भागीदारीः सम्मेलन के इतर पीएम मोदी कई वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और 6वें IBSA (इंडिया–ब्राज़ील–साउथ अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगे, जहां तीनों लोकतांत्रिक देशों के बीच रणनीतिक सहयोग की समीक्षा की जाएगी। प्रधानमंत्री ने दक्षिण अफ्रीका में भारतीय प्रवासी समुदाय से मिलने को लेकर विशेष उत्साह व्यक्त किया और वे इसे सांस्कृतिक निकटता का अवसर मानते हैं।
कुआलालंपुर सम्मेलन से मोदी की गैरमौजूदगी पर जयराम रमेश का आरोपः कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी G20 शिखर सम्मेलन में इसलिए भाग ले रहे हैं क्योंकि अमेरिका और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बैठक का बहिष्कार करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल ही में कुआलालंपुर में हुए भारत-आसियान सम्मेलन में मोदी इसलिए नहीं गए क्योंकि वहां उनकी राष्ट्रपति ट्रंप से आमने-सामने भेंट हो सकती थी। रमेश ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो द्वारा दक्षिण अफ्रीका के शिखर सम्मेलन थीम पर उठाई गई आपत्तियों को असाधारण बताया और याद दिलाया कि वही रूबियो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अचानक रोकने की जानकारी सार्वजनिक की थी।
अगले वर्ष अमेरिकी मेजबानी पर सवालः जयराम रमेश ने यह भी कहा कि यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी अगले वर्ष होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होते हैं क्योंकि उसकी मेजबानी अमेरिका करेगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि राष्ट्रपति ट्रंप ने सात महीनों में 61 बार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को रोकने का दावा किया है तो अगले 12 महीनों में वे इसे कितनी बार दोहराएँगे, यह देखने वाली बात होगी।