नई दिल्ली: कथित छेड़छाड़ मामले में जेल में बंद चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली पुलिस ने बुधवार को फर्जी नंबर प्लेट मामले के सिलसिले में जेल से ही गिरफ्तार कर लिया। वह इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं। 19 नवम्बर को जेल प्रशासन ने चैतन्यानंद सरस्वती के इस आरोप का खंडन किया कि उनकी जान को कोई खतरा है। उन्होंने कहा कि वह सुरक्षित और सख़्त सुरक्षा में हैं। वह दिल्ली स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडियन मैनेजमेंट-रिसर्च के पूर्व निदेशक थे, जिन्हें यौन उत्पीड़न और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
उन पर छात्रवृत्ति कार्यक्रम से जुड़ी आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की कम से कम 17 छात्राओं के प्रति अपमानजनक भाषा का उपयोग करने, अश्लील संदेश भेजने, अनचाहा शारीरिक संपर्क करने और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा है। उन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने महिला हॉस्टल में छिपे हुए कैमरे लगाए थे और नौकरी या विदेश यात्रा का लालच देकर छात्राओं का शोषण किया।
14 नवम्बर को अदालत ने चैतन्यानंद सरस्वती की पेशी के बाद यह रिपोर्ट मांगी थी। पटियाला हाउस कोर्ट ने जेल अधीक्षक से रिपोर्ट तलब की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि छेड़छाड़ मामले में जेल में बंद चैतन्यानंद सरस्वती को फर्जी नंबर प्लेट मामले में बुधवार को दिल्ली पुलिस ने जेल से ही गिरफ्तार किया।
19 नवम्बर को जेल प्रशासन ने चैतन्यानंद सरस्वती के इस आरोप का खंडन किया कि उनकी जान को कोई खतरा है। उन्होंने कहा कि वह सुरक्षित और सख़्त सुरक्षा में हैं। रिपोर्ट के अनुसार वह सुरक्षित और संरक्षित अभिरक्षा में हैं। जेल प्रशासन ने उन्हें सलाह दी है कि यदि उन्हें कभी भी किसी से खतरा महसूस हो, तो वह तुरंत किसी भी जेल अधिकारी/अधिकारी को या सीधे हस्ताक्षरकर्ता को इसकी सूचना दें। सरस्वती ने जेल वैन और लॉक-अप में भी आशंका व्यक्त की थी। जेल प्रशासन को सरस्वती द्वारा परिसर में भगवा वस्त्र पहनने पर कोई आपत्ति नहीं है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि उन्हें बिना प्याज और लहसुन वाला सीमित आहार लेने की अनुमति दी गई है।