दिल्ली में हुए बम धमाकों के बाद जांच में सेंट्रल जांच एजेंसी को बड़ी कामयाबी मिली है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के जासूसों ने शनिवार को दिल्ली से ISI सपोर्टेड एक बड़े हथियार तस्करी गैंग के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया। कई एडवांस्ड हथियार और कारतूस भी बरामद हुए हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों के नाम अजय उर्फ मनु, दलविंदर, रोहन और मंदीप हैं। इनमें से दो को दिल्ली-पंजाब बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया।
DCP संजीव यादव की लीडरशिप में जासूसों की एक टीम ने कॉन्फिडेंशियल सोर्स से जानकारी मिलने के बाद मौके पर रेड मारी। उस रेड में चारों को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच कमिश्नर देवेश श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के पास से 10 बंदूकें और 92 कारतूस बरामद हुए हैं।
बरामद बंदूकों में चीन और तुर्की में बनी पिस्तौलें शामिल हैं। तुर्की में बनी एक पिस्तौल PX 5.7 है, जिसका इस्तेमाल सेना करती है। इसके अलावा चीन में बनी एक PX 3 पिस्तौल बरामद हुई है। ये सभी स्टेट-ऑफ-द-आर्ट सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौलें हैं। इसके अलावा 92 राउंड कारतूस भी बरामद हुए हैं। पुलिस को शक है कि बदमाश ड्रोन के जरिए बंदूकों की विदेश में तस्करी करना चाहते थे।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर सुरेंद्र कुमार ने कहा कि शक है कि इस गैंग में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ हो सकता है। पुलिस गिरफ्तार लोगों से पूछताछ करके यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गैंग में और कौन-कौन शामिल है। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस गैंग का दिल्ली में हाल ही में हुए धमाकों से कोई कनेक्शन है।
दिल्ली में हाल ही में हुए धमाकों के बाद यह घटना दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है। लाल किले के पास हुए धमाके के बाद जासूसों को 'डॉक्टर टेरर मॉड्यूल' और पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बीच लिंक के सबूत मिले हैं। जासूसों को उम्मीद है कि अगर पाकिस्तान फिर से हथियारों की बरामदगी में शामिल पाया जाता है तो यह एक बड़ी 'ब्रेक थ्रू' होगी।