जम्मूः राजौरी और अनंतनाग के बाद अब कुपवाड़ा निशाने पर। सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LOC) के पास गोलीबारी शुरू हुई। विस्फोटों की आवाजें भी सुनाई दीं। जानकारों के एक हिस्से का मानना है कि यह घटना सीमा पर आतंकवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। हालांकि, अब तक किसी के मारे जाने या घायल होने की कोई जानकारी नहीं मिली है।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, माचिल और दूधनियाल सेक्टर में भारतीय सेना ने फायरिंग की। संदिग्ध घुसपैठियों को ललकारने पर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई। दूधनियाल सेक्टर से कई धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं। सीमा क्षेत्र को रोशन करने के लिए फ्लेयर्स भी दागे गए।
भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा, 'संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद भारतीय सेना फायरिंग कर रही है। अभी ऑपरेशन जारी है। विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी।'जानकारों के अनुसार, यहां संदिग्ध गतिविधियों से आतंकियों की आवाजाही की ही बात की जा रही है।
लक्ष्मी पूजा के दिन दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में ऑपरेशन के दौरान खराब मौसम के कारण दो पैरा कमांडो (स्पेशल फोर्स) सुप्रभात घोष और पलाश घोष लापता हो गए थे। शुक्रवार को बर्फ से ढके पहाड़ों से उनके शव बरामद किए गए।
सेना सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अनंतनाग के अलान गडोले क्षेत्र के कोकेरनाग सब-डिवीजन के जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। इसके बाद सेना ने तुरंत अभियान शुरू किया। ऑपरेशन के दौरान अचानक स्पेशल पैरा यूनिट के दो जवानों से संपर्क टूट गया। उनकी तलाश के लिए सेना ने हवाई निगरानी भी शुरू कर दी थी।
8 अक्टूबर को भी उधमपुर जिले के बसंतगढ़ के धरनी टॉप इलाके में तीन संदिग्ध आतंकवादियों के देखे जाने की खबर मिलने पर सुरक्षा बलों ने अभियान चलाया था। हर मामले में सेना और पुलिस संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला रही हैं। कश्मीर घाटी में सतर्कता बढ़ा दी गई है।