गुवाहाटीः जुबिन गर्ग (Zubeen Garg) की मृत्यु को लेकर रहस्य बढ़ता जा रहा है। समाचार एजेंसी PTI की खबर के अनुसार मंगलवार रात पुलिस ने गायक के चचेरे भाई असम पुलिस के DSP संदीपन गर्ग को गिरफ्तार किया गया। वे सिंगापुर में जुबिन के सफर के साथी थे। वे घटना के दिन जुबिन की यॉट पर जो आठ लोग मौजूद थे, उनमें शामिल थे। इस घटना में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों के अनुसार दक्षिण सिंगापुर में जुबिन गर्ग के साथ जो लोग गए थे, असम CID ने उन सभी को पूछताछ के लिए बुलाया। गत 30 सितंबर को वहां संदीपन ने भी हाजिरी दी थी। जुबिन उस दिन क्यों तैराकी करने उतरे थे तथा उस समय उनकी शारीरिक स्थिति कैसी थी, क्यों उन्हें बचाया नहीं जा सका, आदि सवालों के जवाब की तलाश में जांचकर्ताओं ने संदीपन से पूछताछ की थी।
जुबिन गर्ग नार्थ-इस्ट इंडिया फेस्टिवल में भाग लेने पिछले महीने सिंगापुर गए थे। 19 सितंबर को वहीं हुई उनकी मृत्यु हो गयी। प्रारंभिक तौर पर पता चला कि जुबीन की मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान हुई। हालांकि असम के इस सुपरस्टार की मृत्यु को लेकर विभिन्न हलकों में कई सवाल उठ रहे थे। परिवार की ओर से भी मृत्यु के असली कारण सामने लाने की मांग उठाई गई।
असम सरकार ने 10 सदस्यों की एक SIT गठित की। उसी विशेष जांच दल ने जुबिन के सफर के साथियों और मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत, सिंगापुर असम एसोसिएशन के सदस्यों को एक एक बाद एक तलब किया।
संदीपन से पुलिस ने पांच दिन पूछताछ की, जिसमें उनके बयानों में विरोधाभास पाये जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया। असम CID के विशेष पुलिस महानिदेशक मुन्ना गुप्ता ने बताया कि संदीपन को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उन्हें पुलिस हिरासत में लेने का आवेदन दिया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि संदीपन को अभी तक संदीपन को सस्पेंड क्यों नहीं किया गया, उन्होंने बताया कि अभी गिरफ्तार किया गया है। जांच करके विभाग जल्द ही अगला कदम उठाएगा।
मालूम हो कि इस घटना में 2 अक्टूबर को चार लोग गिरफ्तार किये गये थे। जुबिन के बैंडमेट शेखरज्योति गोस्वामी व को-सिंगर अमृतप्रभा महंत को पहले गिरफ्तार किया गया। वे यॉट पार्टी में थे। घटना के दिन शेखरज्योति जुबिन के पास ही थे। जब जुबिन तैराकी कर रहे थे, वे उनके पास ही थे। वे उस क्षण को कैमरे में कैद कर रहे थे। इसके बाद मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा व फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत को गिरफ्तार किया गया। यह सभी लोग हत्या, आपराधिक षड्यंत्र, लापरवाही आदि आरोपों में गिरफ्तार किये गये। इसके बाद 7 अक्टूबर रात को गिरफ्तार जुबिन के पुलिस अधिकारी भाई संदीपन गर्ग की गिरफ्तारी हुई है।