मुंबईः ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (एआईसीडब्ल्यूए) ने मुंबई के पवई इलाके स्थित आर.ए. स्टूडियो में हुए फर्जी ऑडिशन से जुड़े अपहरण मामले की तत्काल जांच की मांग की है। इस ऑडिशन में 17 उभरते कलाकारों का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था, जिन्हें बाद में मुंबई पुलिस ने बचा लिया।
एआईसीडब्ल्यूए ने यह सवाल भी उठाया कि बिना उचित सत्यापन या अनुमति के किसी प्रतिष्ठित स्टूडियो के अंदर ऐसे अवैध ऑडिशन कैसे आयोजित किए जा रहे हैं। एआईसीडब्ल्यूए के अध्यक्ष सुरेश श्यामलाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उच्च-स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने सरकार से पूछा है कि किस आधार पर आर.ए. स्टूडियो को ऐसे ऑडिशन आयोजित करने की अनुमति दी गई? आयोजकों ने उभरते कलाकारों का डेटा कहां से प्राप्त किया? ऑडिशन आयोजित करने वाले लोग कौन थे और उनका पृष्ठभूमि क्या था?
संगठन के आधिकारिक X अकाउंट पर साझा की गयी प्रेस विज्ञप्ति में गुप्ता ने कहा कि मुंबई के सैकड़ों स्टूडियो में प्रतिदिन ऑडिशन आयोजित होते हैं, जहां देशभर से हजारों नए कलाकार फिल्मों में काम करने के सपनों के साथ आते हैं। अगर मुंबई जैसे शहर में ऐसी घटनाएं इतनी आसानी से हो सकती हैं तो इसका मतलब है कि हर उभरते कलाकार की जान खतरे में है। एआईसीडब्ल्यूए ने राज्य सरकार से सभी ऐसे स्टूडियो और प्रोडक्शन हाउस की रजिस्ट्रेशन, लाइसेंसिंग और क्रेडेंशियल्स की तुरंत जांच करने की अपील की है, जहां ऑडिशन होते हैं।
संगठन ने यह भी सिफारिश की है कि गृह विभाग भविष्य में होने वाले सभी ऑडिशनों के लिए अनिवार्य सत्यापन प्रोटोकॉल जारी करे ताकि कास्टिंग के नाम पर आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके। गुप्ता ने कहा कि यह सिर्फ एक घटना का मामला नहीं है। सरकार को सख्त और पारदर्शी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि कोई अपराधी फिर से बॉलीवुड के नाम का गलत इस्तेमाल न कर सके।
एआईसीडब्ल्यूए ने सभी उभरते कलाकारों और तकनीशियनों से अपील की है कि वे किसी भी ऑडिशन या कास्टिंग कॉल में जाने से पहले उसकी सत्यता आधिकारिक और प्रमाणित स्रोतों से जांचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस या एआईसीडब्ल्यूए कार्यालय को दें। आजकल अधिकांश स्टूडियो और ऑडिशन आयोजक फर्जी हैं और ऐसे धोखाधड़ी के मामले मुंबई, महाराष्ट्र और देश के कई हिस्सों में तेजी से बढ़ रहे हैं।