नयी दिल्लीः माउंट एवरेस्ट के ढलान पर खतरनाक स्थिति में करीब 1000 पर्वतारोही फंस गए हैं। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर ट्रेकिंग करते समय वे भयानक हिमस्खलन की चपेट में आ गए। इस बीच, पर्वतारोहियों को सुरक्षित रूप से नीचे लाने का काम शुरू हो गया है। हालांकि, बार-बार हिमस्खलन होने के कारण बचाव कार्य में भी समस्या हो रही है।
हिमालय में इस समय बारिश और भारी हिमपात हो रहा है। इसके कारण तिब्बत के पूर्वी ढलान पर माउंट एवरेस्ट के शिविर स्थल सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। चीन के सेंट्रल टेलीविजन की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को 350 पर्वतारोहियों को कुदांग में उतारा गया और 200 पर्वतारोहियों से संपर्क किया जा सका है। बाकी लोगों को जल्द से जल्द बचाने के लिए बचाव दल तत्पर है। बर्फ हटाकर रास्ता साफ करने में स्थानीय लोग भी मदद कर रहे हैं।
पर्वतारोहियों और बचावकर्मियों द्वारा भेजी गई तस्वीरों में देखा गया है कि लगातार हिमपात के कारण घुटने तक बर्फ जम गई है। साथ ही तेज हवाएं चल रही हैं। इसका सामना करते हुए आगे बढ़ना लगभग असंभव हो गया है। बचावकर्मियों की मदद से एवरेस्ट से उतरने के बाद एक पर्वतारोही ने बताया कि ठंड असामान्य रूप से बढ़ गई थी। अक्टूबर में ऐसा मौसम सामान्य नहीं है। 13,800 फीट की ऊंचाई पर मोटी बर्फ से सब कुछ ढक गया था।
8,849 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट का उत्तरी मुख, जिसे चीन में कोमोलांगमा के नाम से भी जाना जाता है। इस क्षेत्र में पर्वत पर चढ़ने के कुछ हिस्से में पक्की सड़क होने के कारण आसानी से पर्वतारोहण की सुविधा लेने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। अक्टूबर के महीने में आमतौर पर मौसम साफ रहता है, इसलिए यह पर्वतारोहियों के लिए ट्रेकिंग का मौसम होता है। लेकिन इस साल मौसम की स्थिति बदल गई है। नतीजतन, ट्रेकिंग सीजन में जाकर पर्यटक असुविधा में पड़ गए हैं।
उल्लेखनीय है कि एवरेस्ट के पूर्वी कांगशुंग मुख की ओर इस साल चीनी पर्वतारोहियों की भीड़ बहुत अधिक थी। चीन में लगातार आठ दिनों की राष्ट्रीय छुट्टी चल रही है। इसी कारण बहुत से लोग इस छुट्टी में ही एवरेस्ट ट्रेकिंग पर निकल पड़े थे। उस समूह के अधिकांश पर्यटक हिमस्खलन में फंस गए हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया है कि शुक्रवार शाम से भारी हिमपात शुरू हुआ है और तिब्बत के माउंट एवरेस्ट के पूर्वी ढलान पर इसकी तीव्रता अधिक है। रविवार तक 350 लोगों को बचाया जा सका है। वर्तमान में मौसम की इस स्थिति में सावधानी के उपाय का उल्लेख करते हुए एवरेस्त अभियान को स्थगित कर दिया गया है। टिकट की बिक्री भी बंद कर दी गई है।