नयी दिल्लीः प्रधान न्यायाधीश बी.आर. गवई की ओर एक वकील ने जूता फेंकने का प्रयास किया। सूत्रों के अनुसार, अभियुक्त ने प्रधान न्यायाधीश की एक टिप्पणी से सनातन धर्म का अपमान होने का आरोप लगाते हुए यह कदम उठाया। सुप्रीम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई के दौरान यह घटना हुई।
आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह हमला करने का प्रयास किया गया। सूत्रों का दावा है कि एक वकील ने जूता फेंकने का प्रयास किया। सुप्रीम कोर्ट के सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई की। हमलावर वकील को पकड़कर बाहर ले जाया गया। राकेश किशोर नाम के उस वकील को हिरासत में लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर नई दिल्ली के डीसीपी और सुप्रीम कोर्ट के डीसीपी पहुंच गये।
सूत्रों के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अभियुक्त अचानक चिल्लाकर उठा, 'सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे'। उसके बाद ही उसने जूता फेंकने का प्रयास किया। एक सूत्र की खबर है कि वह वकील डायस के पास तक पहुंच गया था और अपना जूता उतारकर प्रधान न्यायाधीश की ओर फेंकने का प्रयास कर रहा था। लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार, अदालत में मौजूद कुछ लोगों का दावा है कि अभियुक्त जूता नहीं, कागज फेंकने जा रहा था।
इस घटना से देश के प्रधान न्यायाधीश बी.आर. गवई बिल्कुल विचलित नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'इस तरह की घटनाओं से हम विचलित नहीं होते।' उन्होंने अन्य मामलों की सुनवाई जारी रखी।