श्रीनगर: लद्दाख से सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। माना जा रहा है कि उन पर हिंसा के लिए उकसाने का आरोप है। लद्दाख में हुई हिंसा में कम से कम 4 लोगों की मौत की खबर मिली थी। केंद्र की ओर से इस घटना के लिए सोनम को पहले ही जिम्मेदार ठहराया गया था।
लद्दाख में हिंसा की घटना के बाद गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि 24 सितंबर को सोनम ने अपने भाषण में कई भड़काऊ टिप्पणियां की थीं। उनके भाषण में 'अरब स्प्रिंग' और नेपाल के जेन जी आंदोलन की बात आई थी। उन बयानों से स्थानीय निवासियों का एक वर्ग उत्तेजित होकर विभिन्न जगहों पर तोड़फोड़ करने लगा। सरकारी कार्यालय व पुलिस की गाड़ियों की तोड़फोड़ व आगजनी की गई।
सोनम लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। 10 सितंबर से उन्होंने अनशन भी शुरू किया था। इसी सप्ताह आंदोलनकारियों के साथ केंद्रीय सरकार के प्रतिनिधियों की बैठक होने वाली थी। उससे पहले ही हिंसा की घटना घटने के बाद केंद्र की ओर से सोनम पर आरोप लगा है। भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि सोनम के समर्थकों के एक वर्ग और कांग्रेस के संयुक्त प्रयास से योजनाबद्ध तरीके से यह अशांति पैदा की गई है।