नयी दिल्लीः दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास सोमवार शाम हुए भीषण धमाके ने पूरे देश को झकझोर दिया है। हादसे में आठ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई घायल अस्पताल में इलाजरत हैं। धमाका एक कार में हुआ था, जिसके कारण आसपास खड़ी गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं। केंद्रीय और राज्य सरकार के आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच की निगरानी कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस, एनआईए और फॉरेंसिक टीम मिलकर मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। वहीं देश और विदेश से संवेदनाओं का सिलसिला लगातार जारी है।
रेड फोर्ट इलाके की सुरक्षा कड़ी, फॉरेंसिक टीम जांचः लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद मंगलवार सुबह से ही पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित कर रही है। पुलिस ने आसपास के इलाकों को सील कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध वाहन की पहचान की जा रही है। पुलिस ने मामला यूएपीए, एक्सप्लोसिव एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं में दर्ज किया है।
सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध की कार कैद, पुलिस कर रही पूरी रूट ट्रेसिंगः दिल्ली पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध कार लाल किले के पास पार्किंग में आती-जाती दिखी है। स्रोतों के अनुसार, संदिग्ध उस समय कार में अकेला था। अब जांच टीम उसकी पूरी मूवमेंट को ट्रैक कर रही है, जिसमें सौ से अधिक कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। टोल प्लाज़ा और डेरियागंज इलाके की क्लिप्स से वाहन की दिशा और ठिकाना तलाशा जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी इस जांच की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। पुलिस आयुक्त सतिश गोलचा ने कहा कि सभी एजेंसियां मिलकर साक्ष्य जुटा रही हैं।
यूएपीए और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत केस दर्जः दिल्ली पुलिस ने कोतवाली थाने में यूएपीए की धारा 16 और 18 समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। घायलों का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में जारी है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
सैंपल जांच के बाद ही विस्फोट की प्रकृति स्पष्ट होगी-एफएसएल की टीम: फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के अधिकारी मोहम्मद वाहिद ने बताया कि घटनास्थल से नमूने एकत्र किए जा चुके हैं। केवल प्रयोगशाला जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि धमाका किस प्रकार के विस्फोटक से हुआ।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने जताया दुख: दिल्ली धमाके पर जापान, अर्जेंटीना और ब्रिटेन के राजनयिकों ने गहरा शोक व्यक्त किया। जापानी राजदूत ओनो केइची ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो काउसीनो ने भारत के प्रति एकजुटता व्यक्त की। ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन ने भी शोक संदेश जारी करते हुए यात्रा परामर्श अपडेट किया।