जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाना में शुक्रवार की रात हुए भयावह विस्फोट में अब तक 9 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है। इस घटना में 29 लोग घायल हो गए हैं। इलाके के सीसीटीवी कैमरे में विस्फोट का फुटेज कैद हुआ है। पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विस्फोट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर तक मानव शरीर के चिथड़े बरामद हो रहे हैं।
पुलिस की ओर से बताया गया है कि हरियाणा के फरीदाबाद से बरामद विस्फोटक का अधिकांश भाग ही नौगाम थाना में रखा गया था। शुक्रवार की रात फॉरेंसिक जांच के लिए विस्फोटक का नमूना इकट्ठा किया जा रहा था। जब यह विस्फोट हुआ तब मौके पर पुलिस और फॉरेंसिक एक्सपर्ट का समूह मौजूद था। विस्फोट की तीव्रता काफी ज्यादा बतायी जा रही है। दावा किया जा रहा है कि घटनास्थल से लगभग 15 किलोमीटर दूर रहने वाले लोगों ने भी इसकी तीव्रता को अनुभव किया है। घटनास्थल के पास ही एक घर की सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि विस्फोट की वजह से पूरा इलाका तहस-नहस हो चुका है।
नौगाम थाना में विस्फोट का वीडियो
एक अन्य वीडियो में विस्फोट के बाद इलाके में धधक रही आग स्पष्ट नजर आ रही है। आसपास का पूरा इलाका काले धुएं के गुबार से ढंक गया है। विस्फोट की वजह से इमारत का अधिकांश हिस्सा ही जमींदोज हो चुका है।
गत 19 अक्तूबर को जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में जैश-ए-मोहम्मद का पोस्टर बरामद किया गया था। उन पोस्टरों के माध्यम से ही डॉक्टर व मौलवीयों का आतंकी मॉड्यूल सामने आया था। इन पोस्टरों में सुरक्षाकर्मियों पर और कश्मीर के बाहर बड़ा हमला करने की धमकी दी गयी थी। नौगाम थाना की पुलिस ने आदिल अहमद नामक एक डॉक्टर को गिरफ्तार भी किया था। इसकी वजह से ही व्हाइट कॉलर आतंकी नेटवर्क की जानकारी मिल सकी।
पिछले रविवार को फरीदाबाद से लगभग 2900 किलो विस्फोटक बरामद किया गया था। उसमें से 360 किलो विस्फोटक नौगाम थाना में रखा हुआ था, जिसका नमूना इकट्ठा किया जा रहा था। उसी समय यह विस्फोट हुआ। विस्फोट की वजह से यह इमारत खंडहर में बदल चुका है जिसके नीचे अभी भी कई शवों के फंसे होने की संभावना जतायी जा रही है। बताया जाता है कि विस्फोट की वजह से मैजिस्ट्रेट मुजफ्फर अहमद खान की मौत हो गयी है। इसके अलावा पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस के एक उच्चाधिकारी की मौत होने का दावा किया जा रहा है।