नयी दिल्लीः पाक सरकार की उपेक्षा और व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ पाक-अधिकृत कश्मीर या PoK में आक्रोश फूट पड़ा है। सड़कों पर उतरकर आम जनता विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस्लामाबाद सख्त रुख अपना कर इस विद्रोह को दबाने की कोशिश कर रहा है। गुरुवार को कम से कम 12 लोगों की मौत की खबर मिली थी। कई अन्य लोग घायल हुए हैं। इस बीच शुक्रवार को PoK के बारे में भारत सरकार ने एक बड़ा बयान दिया।
सरकार की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि PoK भारत का अभिन्न अंग है। वर्तमान में वहां जो विरोध प्रदर्शन और हिंसक दमन चल रहा है, उसके लिए इस्लामाबाद ही जिम्मेदार है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'हमने पाक-अधिकृत जम्मू और कश्मीर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन की खबरें देखी हैं। निरीह नागरिकों पर पाकिस्तानी सेना बर्बरता कर रही है। विरोध प्रदर्शन से निपटने में पाकिस्तान ने दमनकारी रवैया अपनाया है। उन्होंने जबरन और अवैध रूप से कब्जाए गए इलाकों से व्यवस्थित तरीके से संसाधनों की लूट की है। इसके स्वाभाविक परिणामस्वरूप यह विरोध प्रदर्शन हुआ है। पाकिस्तान जो भयानक मानवाधिकार उल्लंघन कर रहा है, उसके लिए उन्हें जवाबदेह होना होगा।'
हाल के कुछ वर्षों में पाक-अधिकृत कश्मीर में एक के बाद एक बड़े विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं। वर्तमान में PoK के व्यापारी, वकील और नागरिक समूहों ने आवामी एक्शन कमेटी नाम से एक संयुक्त संगठन बनाया है।
पाकिस्तान सरकार के साथ उनकी वार्ता विफल होने के बाद मुजफ्फराबाद, मीरपुर, कोटली, रावलकोट और नीलम घाटी के हजारों निवासी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। लगातार बंद चल रहा है। लगभग पूरे क्षेत्र का जनजीवन ठप हो गया है।