औद्योगिक समूह रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फिर से पूछताछ के लिए तलब किया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें 14 नवंबर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा है। यह जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के हवाले से सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के लोन धोखाधड़ी (Loan Fraud) मामले की जांच के सिलसिले में यह समन जारी किया गया है।
लोन फ्रॉड के आरोपों के बाद शुरू हुई जांच
इस साल की शुरुआत में ही देश के कई बैंकों ने अनिल अंबानी और उनकी कंपनियों के खिलाफ ऋण से संबंधित जालसाजी (Financial Fraud) के आरोप लगाए थे।
आरोप है कि अनिल अंबानी की कंपनियों ने एक कंपनी के दस्तावेज दिखाकर बैंकों से लोन लिया और बाद में उसी फंड को घुमाकर दूसरी कंपनियों में ट्रांसफर किया गया। इन आरोपों के बाद ईडी और सीबीआई दोनों एजेंसियों ने जांच शुरू की। तीन महीने पहले भी अनिल अंबानी को ईडी के दिल्ली कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। अब एक बार फिर से उन्हें दूसरी बार तलब किया गया है।
ईडी ने की करोड़ों की संपत्तियों की जब्ती
ईडी ने आर्थिक अनियमितताओं की जांच के दौरान अनिल अंबानी और उनकी कंपनियों से जुड़ी कई संपत्तियां पहले ही जब्त कर ली हैं। 3 नवंबर को ईडी ने नवी मुंबई स्थित धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी की 132 एकड़ जमीन जब्त की थी जिसकी अनुमानित कीमत 4,462 करोड़ रुपये बताई गई है। इसके कुछ दिन पहले ही ईडी ने दिल्ली, मुंबई समेत देश के अन्य हिस्सों में अनिल अंबानी से जुड़ी 42 संपत्तियां जब्त की थीं। इन संपत्तियों की कुल कीमत 3,083 करोड़ रुपये के करीब बताई गई थी।
कई स्तरों पर जारी है जांच
ईडी के अधिकारी अब इस मामले से जुड़े फंड के स्रोत, लोन दस्तावेजों और फर्जी ट्रांजेक्शनों की श्रृंखला की जांच कर रहे हैं। संभावना है कि आगे की कार्रवाई में कुछ और संपत्तियों को भी अटैच किया जा सकता है।