मुंबईः मुंबई में मोनोरेल पटरी से उतर गई। इस हादसे में तीन कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हुए। बुधवार सुबह मुंबई के वडाला इलाके में मोनोरेल का ट्रायल रन चल रहा था। ट्रैक बदलने के समय मोनोरेल पटरी से उतर गई, जिससे यह दुर्घटना हुई। चूंकि यह टेस्ट रन था इसलिए मोनोरेल के डिब्बे में कोई यात्री नहीं था और बड़ी दुर्घटना टल गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार ट्रायल रन के दौरान मुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (MMMOCL) के 6 कर्मचारी मोनोरेल में मौजूद थे। उनमें से ट्रेन के कैप्टन सहित तीन कर्मचारी घायल हो गए। घायलों के नाम सोहेल पटेल (27), बुद्धाजी पारब (26) और वी. जगदीश (28) हैं। उन्हें स्थानीय सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
दुर्घटना इतनी भयानक थी कि प्रभावित कोचों को भारी नुकसान पहुंचा। साथ ही पहियों के ऊपर का कवर भी क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद ट्रेन दो गार्डरों के बीच फंस गई और कोच का अगला हिस्सा ऊपर उठ गया। मोनोरेल संचालित करने वाली संस्था महा मुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (MMMOCL) ने पहले दावा किया कि कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन बाद में जारी बयान में तीन कर्मचारियों के घायल होने की पुष्टि की गई।
मोनोरेल प्राधिकरण की ओर से बताया गया कि उस दिन नई ट्रेन की सिग्नलिंग प्रणाली की जांच की जा रही थी, उसी दौरान यह हादसा हुआ। तकनीकी टीम को दुर्घटना के कारणों की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। कंपनी ने यह भी बताया कि यह नई ट्रेन 55 करोड़ रुपये की लागत से एसएमएच रेल प्राइवेट लिमिटेड से खरीदे गए 10 कोचों में से एक है।
मालूम हो कि यांत्रिक खराबी के कारण 20 सितंबर से मोनोरेल सेवा अनिश्चितकाल के लिए निलंबित थी। उसी समय से सिस्टम अपग्रेड का काम चल रहा था। इससे पहले भी कई बार मोनोरेल सेवा बाधित हुई थी। इस साल 19 अगस्त को बिजली आपूर्ति में रुकावट के कारण सैकड़ों यात्री मोनोरेल में फंस गए थे।