दिल्ली में हुए विस्फोटक हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ा रुख अपनाया है। शाह ने कहा कि इस घटना में शामिल अपराधियों को ऐसी सजा दी जाएगी जो पूरी दुनिया याद रखेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत में कोई भी इस तरह का हमला करने की हिम्मत नहीं कर पाएगा।
इस हमले के बाद विपक्षी दलों ने राजधानी की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए गृह मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि नागरिक सुरक्षा सिर्फ भाजपा के भाषणों में नहीं हो सकती और लाल किले जैसे महत्वपूर्ण स्थलों के पास हुई सुरक्षा विफलता सरकार की असली तस्वीर दिखाती है।
अमित शाह ने वर्चुअली किया गुजरात के स्कूल का उद्घाटन
घटना के दो दिन बाद शाह ने गुजरात के एक स्कूल के उद्घाटन समारोह में वर्चुअली हिस्सा लिया। इसी दौरान उन्होंने कहा, “दिल्ली की घटना में शामिल अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।” शाह ने यह भी कहा कि इस कार्रवाई से दुनिया को यह संदेश जाएगा कि भारत आतंकवाद को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगा।
उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक में शामिल रहे शीर्ष अधिकारी
शाह ने सोमवार रात ही घटना स्थल का दौरा किया और मंगलवार सुबह राजधानी की सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा और NIA के डीजी सदानंद बस सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट, सुरक्षा खामियों और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई। गृह मंत्री ने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
अब तक 10 की गिरफ्तारी, NIA दिल्ली घटना की जांच कर रही
जांच में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और कई अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जांच में इस्तेमाल किए गए वाहन के अलावा दो और वाहन जब्त किए गए हैं।
आतंकवादी गतिविधियों के संकेत मिलने पर विशेष टीम बनाई गई है जो इस हमले की गहन छानबीन कर रही है।
राजनीतिक बयानबाजी: विपक्ष का हमला और सरकार का बचाव
राजधानी के प्रमुख पर्यटन स्थलों के पास हुए हमले को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा, “क्या नागरिक सुरक्षा सिर्फ भाजपा के भाषणों में रहेगी? राजधानी के दिल में इस तरह की सुरक्षा विफलता—क्या यह विफल सरकार का असली चेहरा नहीं है जो खुद को राष्ट्र का रक्षक बताने का दावा करती है?”
शाह ने इसका जवाब देते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ उठाए गए कदम यह दर्शाएंगे कि भारत आतंकवाद को सहन नहीं करेगा और किसी को भी देश की सुरक्षा को चुनौती देने की अनुमति नहीं दी जाएगी।