दिल्ली ब्लास्ट केसः कभी कानपुर मेडिकल कॉलेज की विभागाध्यक्ष थी डॉ. शाहीन सईद

डॉ. शाहीन सईद लखनऊ की रहने वाली है और उसकी उम्र 46 साल है। बचपन से ही पढ़ाई में तेज़ थी और क्लास टॉपर रही है। उसका जन्म लखनऊ के कैसरबाग इलाके में एक सामान्य परिवार में हुआ। उसके पिता शाहिद अहमद अंसारी उत्तर प्रदेश हेल्थ डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। शाहीन 10वीं व 12वीं में टॉपर रही।

By डॉ. अभिज्ञात

Nov 13, 2025 15:25 IST

कानपुर (उत्तर प्रदेश): दिल्ली विस्फोट मामले की अभियुक्त डॉ. शाहीन सईद ने 1 सितंबर 2012 से 31 दिसंबर 2013 तक कानपुर मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग की हेड ऑफ डिपार्टमेंट के रूप में कार्य किया था। 2012 में नियुक्ति के समय उसने अपना चिकित्सकीय विवरण जमा किया और कॉलेज में व्याख्याता के रूप में भी काम किया। बाद में उनका तबादला कन्नौज मेडिकल कॉलेज में किया गया।

गिरफ्तार और जांचः डॉ. शाहीन को हाल ही में उस कथित अंतरराष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल से जोड़कर गिरफ्तार किया गया है, जिसे लाल किले के पास हुए विस्फोट के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। इस विस्फोट में 13 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। जांच में यह भी सामने आया कि उसके पास से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। उत्तर प्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने कानपुर से एक अन्य डॉक्टर डॉ. आरिफ को भी हिरासत में लिया, जिसका डॉ. शाहीन से संबंध बताया जा रहा है।

दिल्ली विस्फोट और अभियुक्त डॉक्टरः जांच में अब तक चार डॉक्टरों की पहचान की गई है, जो कथित रूप से देशभर में कई विस्फोट करने की योजना बना रहे थे। कुल आठ संदिग्धों में से तीन डॉक्टरों (एक महिला सहित) को लाल किले के पास हुए विस्फोट के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है। अभियुक्त डॉ. उमर नबी उस व्यक्ति के रूप में पहचाना गया, जो हुंडई i20 कार चला रहा था, जिसमें विस्फोट हुआ। सभी तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि डॉ. उमर कार विस्फोट में मारा गया। अधिकारियों ने बताया कि सभी अभियुक्त हाल ही में उजागर हुए एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे, जिसमें डॉक्टर, धर्मगुरु और व्यापारी शामिल हैं।

विस्फोट की साजिशः प्रारंभिक जांच के अनुसार यह विस्फोट देश के विभिन्न स्थानों पर हमले की एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था। लाल किले के पास i20 कार विस्फोट के बाद इकोस्पोर्ट और ब्रेज़ा जैसी कई अन्य गाड़ियों को जब्त किया गया और संदिग्ध वाहनों की तलाश जारी है। गिरफ्तारियों के बाद संदिग्धों से जुड़े स्थानों से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई, जिसमें लगभग 20 क्विंटल NPK उर्वरक भी शामिल है, जिसका कथित रूप से बम बनाने में उपयोग होने का संदेह है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षाः डॉ. शाहीन सईद लखनऊ की रहने वाली है और उसकी उम्र 46 साल है। बचपन से ही पढ़ाई में तेज़ थी और क्लास टॉपर रही है। उसका जन्म लखनऊ के कैसरबाग इलाके में एक सामान्य परिवार में हुआ। उसके पिता शाहिद अहमद अंसारी उत्तर प्रदेश हेल्थ डिपार्टमेंट में कार्यरत थे। शाहीन ने लखनऊ के लालबाग स्थित सरकारी गर्ल्स स्कूल से प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की और 10वीं व 12वीं में टॉपर रही।

मेडिकल करियरः साइंस स्ट्रीम चुनना उस समय लड़कियों में कम लोकप्रिय था, लेकिन शाहीन ने CPMT जैसी कठिन मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास कर प्रयागराज (तब इलाहाबाद) के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में 1996 बैच में दाखिला लिया। उसने साढ़े साल का MBBS कोर्स पूरा किया और यहीं से इंटर्नशिप भी की। इसके बाद फार्माकोलॉजी में MD किया, जिसमें दवाओं के प्रभाव, साइड इफेक्ट्स और रिसर्च पर ध्यान दिया।

प्रोफेसर के रूप में करियरः डॉक्टर शाहीन MD के बाद 2006-07 में UPPSC की परीक्षा पास कर कानपुर के GSVM मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बनी। 2009 में उसका ट्रांसफर कन्नौज मेडिकल कॉलेज हुआ, लेकिन 2010 में वापस कानपुर लौट आईं। 2013 से उनकी अटेंडेंस असामान्य होने लगी और 2021 में उनकी सेवाएँ समाप्त कर दी गईं।

व्यक्तिगत जीवनः शाहीन का विवाह महाराष्ट्र के डॉ. जाफर सईद से हुआ था, जो एक ऑप्थल्मोलॉजिस्ट थे और वह भी GSVM में ही पढ़ाते थे। इसके बाद वह लखनऊ में परिवार के साथ रहने लगी, लेकिन पिछले डेढ़ साल से उनका संपर्क नहीं रह गया था।

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