दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ राज्य के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की दो दिवसीय बैठक हुई। बताया जा रहा है कि इस दो दिवसीय बैठक का मुख्य विषय SIR और उसकी तैयारियां थीं। एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया है कि SIR प्रक्रिया दो चरणों में होगी। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार राष्ट्रव्यापी SIR के पहले चरण का कार्यक्रम संभवतः इसी महीने घोषित किया जाएगा।
आयोग सूत्रों के अनुसार मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और दोनों चुनाव आयुक्तों डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी द्वारा कार्यक्रम पर अंतिम निर्णय लेने के बाद 28 अक्टूबर को एसआईआर के संबंध में कोई बड़ी घोषणा की जा सकती है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भौगोलिक स्थिति, मौसम और चुनाव नियमों को ध्यान में रखते हुए एसआईआर का कार्यक्रम तैयार किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार इस सूची में पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी जैसे राज्यों को प्राथमिकता दी जाएगी जहां छह महीने के भीतर विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार में, एसआईआर प्रक्रिया 24 जून से 30 सितंबर तक लगभग चार महीने चली। हालांकि आयोग ने अब इस समय सीमा को कम करने की योजना बनाई है। बिहार के सीईओ ने इस प्रभावी मानचित्रण प्रक्रिया पर प्रकाश डाला जिसे अब अन्य राज्यों ने भी अपना लिया है। कई राज्यों ने अपनी नवीनतम एसआईआर मतदाता सूचियां अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर अपलोड कर दी हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए चुनाव आयोग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पिछली और वर्तमान मतदाता सूचियों का प्रारंभिक मिलान शुरू करने का निर्देश दिया है ताकि मतदाता सत्यापन प्रक्रिया में अधिक समय न लगे।