एई समय, देहरादूनः उत्तराखंड के चमोली ज़िले में गुरुवार सुबह एक बार फिर प्रकृति ने कहर बरपाया। नंदानगर घाट क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के चलते कुंट्री लांगफाली वार्ड में कई घर मलबे में दब गए। अब तक सात लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है। यह क्षेत्र अलकनंदा नदी के बिलकुल निकट स्थित है और पिछले कुछ दिनों से जारी खराब मौसम के बीच यह ताजा आपदा सामने आई है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों में अलकनंदा नदी को उफनते हुए और तेज़ गति से बहते देखा जा सकता है। सुबह करीब सात बजे हुई इस घटना में घरों और सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई सड़कें बंद हो गई हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अब तक 10-12 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि कुछ दुकानें भी इस आपदा की चपेट में आई हैं। लापता लोगों की खोजबीन और बचाव कार्य तेजी से जारी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
प्रशासन ने जानकारी दी कि बंद सड़कों को खोलने के लिए मिट्टी हटाने वाली मशीनों से सफाई का कार्य चल रहा है। प्रभावित लोगों को पहले से तय राहत शिविरों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। इस मानसून सीज़न में चमोली जिला कई बार प्राकृतिक आपदाओं का शिकार बन चुका है। यह राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक है। मूसलाधार बारिश, बाढ़ और भूस्खलनों के चलते ज़िले के कई हिस्सों में व्यापक नुकसान हुआ है। चमोली के साथ-साथ उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, बागेश्वर और नैनीताल जिले भी इस मानसून में गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं।